लखनऊ। प्रदेश की योगी सरकार में 102 और 108 एम्बुलेंस सेवा घायल और बीमार मरीजों के लिए बड़ी मददगार बनी हैं। समय पर अस्पताल पहुंचाने के साथ इलाज की सुविधा दिलाने में भी एम्बुलेंस का स्टॉफ पूरी मदद कर रहा है। यूपी में 14 सितम्बर 2021 से संचालित दोनों एम्बुलेंस सेवाओं ने योगी सरकार में मरीजों के लिए वरदान साबित हुई है।
मई 2022 तक 102 एम्बुलेंस ने 52178483 मरीजों को पहुंचाई राहत
सुदूर गांव, कस्बों और शहरों में मरीजों को राहत पहुंचाने के लिए बड़ा काम कर रही है। इमरजेंसी में घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए 108 एम्बुलेंस सेवा का संचालन किया जा रहा है। इसके तहत प्रदेश में 2200 एम्बुलेंस का संचालन किया जा रहा है। गर्भवती महिलाओं के 2270 एम्बुलेंस का संचालन हो रहा है।
जीवीके ईएमआरआई संस्था की ओर से संचालित 102 एम्बुलेंस सेवा ने मई 2022 तक कुल 52178483 मरीजों को अस्पताल पहुंचाकर उनकी मदद करने का बड़ा काम किया है।
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जीवीके ईएमआरआई के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट टीवीएसके रेड्डी ने बताया कि 29853815 मरीजों को अस्पताल में इलाज हो जाने के बाद सुरक्षित घर पहुंचाया गया है। आईएफटी के 621610 मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाया गया है जबकि 21703058 मरीजों को पिकअप किया गया है।
108 एम्बुलेंस ने 19505114 मरीजों को पहुंचाई राहत
108 एम्बुलेंस ने आज तक कुल 19505114 मरीजों को राहत पहुंचाई है। 2735555 मरीजों को एम्बुलेंस से ट्रामा सेंटर पहुंचाया गया है। 8392175 गर्भवती महिलाओं को अस्पताल तक इलाज के लिए ले जाया गया है।
532735 कार्डियक मरीजों को सांस आदि की समस्या से ग्रसित 711017 मरीजों को इलाज प्रदान करने के लिए एम्बुलेंस ने सेवा दी है। एबडॉमिन पेन से ग्रसित 2400759 मरीजों को और 4732873 मरीजों को भी समय से इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाने का बड़ा काम किया गया है।
- एम्बुलेंस 102 की कुल संख्या 2270
- एम्बुलेंस 108 की कुल संख्या 2200