लखनऊ: नवयुग कन्या महाविद्यालय राजेंद्र नगर लखनऊ में 19 यूपी एनसीसी गर्ल्स बटालियन के तत्वावधान में शुक्रवार को 1971 की ऐतिहासिक जीत के नायक रहे भारतीय सेना के वीर सैनिकों के शौर्य और बलिदान को नमन करने हेतु विजय दिवस एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
इसमें मुख्य अतिथि कर्नल दीपक कुमार, कमांडिंग ऑफिसर उपस्थित रहे. कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य प्रोफेसर मंजुला उपाध्याय ने की तथा कार्यक्रम का संयोजन एनसीसी अधिकारी मेजर (डॉ) मनमीत कौर सोढ़ी ने किया.
कार्यक्रम का आरंभ में मुख्य अतिथि कर्नल दीपक कुमार, प्राचार्य प्रोफेसर मंजुला उपाध्याय तथा एनसीसी अधिकारी मेजर (डॉ) मनमीत कौर सोढ़ी द्वारा युद्ध के वीर सैनिकों को पुष्पांजलि अर्पित की गई और फिर दीप प्रज्वलन तथा गणेश वंदना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ.
कैडेट ललिता यादव ने देशभक्ति से ओतप्रोत कविता सुनाकर सभी में जोश भर दिया. तत्पश्चात अंडर ऑफिसर वसुंधरा गंगवार तथा तनु सारस्वत द्वारा 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध का विस्तृत विवरण पावर पॉइंट प्रस्तुतीकरण के माध्यम से प्रस्तुत किया गया.
इसमें युद्ध के कारण, परिणाम, मुख्य सैन्य अधिकारी जिनकी कमान में यह सैन्य संधर्ष हुआ आदि पर चर्चा की गई और 16 दिसंबर को भारतीय सेना ने पाकिस्तान पर जीत दर्ज की थी और पाकिस्तान के लगभग 93000 सैनिकों ने भारतीय सेना के समक्ष आत्मसमर्पण किया था.
ये भी पढ़े : नवयुग कॉलेज में 19 यूपी एनसीसी गर्ल्स बटालियन की कैडेट्स ने ली शपथ
युद्ध ने पाकिस्तान के नक्शे को बदल कर रख दिया और पूर्वी पाकिस्तान पाकिस्तान से अलग हुआ और एक आजाद मुल्क बांग्लादेश का जन्म हुआ. फील्ड मार्शल मानिकशाह, लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा,फ्लाइंग ऑफिसर निर्मलजीत सिंह सेखों समेत इस युद्ध के जांबाज सिपाहियों के जीवन पर भी प्रकाश डाला.
यह विजय दिवस मां भारती के हर वीर सैनिक को समर्पित है जिनके अदम्य साहस व समर्पण से हम सब सुरक्षित एवं गौरवान्वित महसूस करते हैं.
कर्नल दीपक कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि इस ऐतिहासिक युद्ध से हमें यह भी सीख मिलती है कि जिस प्रकार से निर्धारित कार्य योजना बनाकर जल, थल और वायु सेना के आपसी समन्वय से भारत ने स्वर्णिम जीत हासिल की उसी प्रकार से जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में यदि हम आपसी तालमेल के माध्यम से आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ेंगे.
तो सफलता निश्चित रूप से हमारे कदम चूमेगी और सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता. उसके लिए निरंतर प्रयास और दृढ़ संकल्प करने की आवश्यकता है. भारतीय सेना के प्रति आमजन जब सम्मान की भावना व्यक्त करते हैं तो सरहद पर वह और दृढ़ता के साथ अपने कर्तव्य का निर्वहन करने के लिए प्रेरित होते हैं.
प्राचार्य प्रोफेसर मंजुला उपाध्याय ने अपने संबोधन में कहा कि देश के सैनिकों के प्रति सम्मान व्यक्त करना हम सबका दायित्व है और इस प्रकार के आयोजन आमजन में सैनिकों के प्रति सम्मान का भाव जागृत करते हैं. हम सभी देशवासियों का यह कर्तव्य है कि अपने अपने कार्य क्षेत्र के कर्तव्यों का निर्वहन पूरी निष्ठा के साथ करें.
यही वास्तव में सच्ची देशभक्ति होगी. कार्यक्रम संयोजक मेजर डॉ मनमीत कौर सोढ़ी ने कहा वर्तमान में हम आजादी की 75 वीं वर्षगांठ अमृत महोत्सव के रूप में मना रहे हैं और 100वीं वर्ष की संकल्पना इस अमृत काल के दौरान कर रहे हैं.
इन आने वाले 25 वर्षों में हमारे देश की दशा और दिशा क्या होगी ,इसका निर्धारण देश की युवा पीढ़ी को करना होगा, तभी भारत निरंतर विकास की ओर अग्रसर हो सकेगा. हमारे देश को आजादी दिलाने में और इसे निरंतर बनाए रखने में अनगिनत बलिदान हुए हैं.
हम सबकी उन सभी के प्रति यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी कि हम पूरी निष्ठा के साथ अपने कार्य क्षेत्र में अपने कर्तव्य का पालन करते रहे. कार्यक्रम का समापन एनसीसी गान के साथ हुआ.
इस अवसर पर कैडेट अनन्या मुखोपाध्याय, उजमा रिजवी, गौरवी यादव,रूपा दीक्षित, हफशा अफरोज आदि कैडेट्स ने क्राफ्ट वर्क के द्वारा युद्ध के दृश्य को प्रस्तुत किया.
सीनियर ऑफिसर सगलगुण कौर, अंडर ऑफिसर हर्षीन कौर, स्वाति त्रिपाठी, नंदिनी सिंह, आरुषि शुक्ला, भावना राठौड, तनुजा कांडपाल, रिशिता सिंह, सार्जेंट प्रिया यादव समेत बड़ी संख्या में कैडेट्स ने पुष्पांजलि अर्पित की.
इस अवसर पर 19 बटालियन से सूबेदार राजेश अधिकारी, नायब सूबेदार जीबी चौको, बीएचएम विश्वजीत सरकार तथा हवलदार रुखसार अहमद भी उपस्थित रहे.
महाविद्यालय से डॉ संगीता कोतवाल, डॉ सुनीता द्विवेदी, डॉ ज्योतिका, डॉक्टर रिचा शुक्ला, कल्पना गुप्ता, डा.अमिता रानी, डा.अंजुला, डा.सुखमनी, डा ज्योत्सना, डॉ ज्योतिका, डॉ मंजुला, डॉ नीतू, डॉ आभा समेत बड़ी संख्या में प्रवक्ता एवं छात्राएं उपस्थित रहे.