मेरठ: नेशनल इक्वेस्ट्रियन चैंपियनशिप (एनईसी) शोजंपिंग 2025 आज आधिकारिक रूप से मोदीपुरम, मेरठ में स्थित प्रतिष्ठित मोदी इक्वेस्ट्रियन अकादमी में शुरू हो गई है। यह इवेंट भारत के इक्वेस्ट्रियन स्पोर्ट्स कैलेंडर में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
इस प्रतियोगिता में एशियाई खेलों के राइडर सेहज सिंह विर्क, तेजस ढींगरा, कीरत सिंह नागरा, आश्रय बुट्टा और यशान जुबिन खंबाटा हिस्सा ले रहे है। पाँच विविध श्रेणियों में प्रतिस्पर्धा के लिए 250 से अधिक एंट्रीज आई हैं। जिसमें प्रेलिमिनारी टूर , नोविस टूर , यंग हार्स चैंपियनशिप्स , मिडियम टूर और चैम्पियनशिप टूर शामिल हैं।
इसके ज़रिये विजेता को 2024-25 सीज़न के लिए नेशनल राष्ट्रीय चैंपियन का ताज पहनाया जाएगा। यह आयोजन सभी उम्र और विशेषज्ञता के राइडर्स के बीच असाधारण प्रतिभा और प्रतिस्पर्धी भावना को प्रदर्शित करने का वादा करता है।
इस चैंपियनशिप में एशियाई खेलों के प्रतिभागी सेहज सिंह विर्क, तेजस ढींगरा, कीरत सिंह नागरा, आश्रय बुट्टा और यशान जुबिन खंबाटा सहित शीर्ष सवार शामिल हैं, जो प्रतियोगिता की प्रतिष्ठा में इज़ाफा करते हैं।
इस साल की चैंपियनशिप के सबसे खास आकर्षणों में से एक 15 वर्षीय एम कृष्णा साहिती की भागीदारी है, जो मीडियम टूर में प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार हैं।
उनका शामिल होना एक उल्लेखनीय क्षण है, क्योंकि वह अनुभवी पेशेवरों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर प्रतिस्पर्धा करेंगी। यह विकास न केवल इक्वेस्ट्रियन स्पोर्ट्स के लिए युवा राइडर्स के बीच बढ़ते उत्साह को दर्शाता है, बल्कि कम्युनिटी के भीतर उभरती प्रतिभाओं को नर्चर करने के लिए इस आयोजन की प्रतिबद्धता को भी पुष्ट करता है।
इस आयोजन के बारे में अपना उत्साह व्यक्त करते हुए ईएफआई महासचिव, सेवानिवृत्त कर्नल जयवीर सिंह ने कहा,“नेशनल इक्वेस्ट्रियन चैंपियनशिप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के इच्छुक भारतीय राइडर्स के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
यह एथलीटों को अपने कौशल का परीक्षण करने, अनुभव प्राप्त करने और देश में इक्वेस्ट्रियन स्पोर्ट्स के मानक को बढ़ाने के लिए एक मंच प्रदान करता है। इस तरह के आयोजन भविष्य के चैंपियन को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं जो वैश्विक मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं।
सभी पाँच श्रेणियों के राइडर्स कई दिनों तक अलग-अलग जंप हाइट का सामना करेंगे। चैंपियनशिप टूर 130 सेमी, 140 सेमी और 150 सेमी की बाधा ऊँचाई वाले प्रतियोगियों को चुनौती देगा, जबकि मीडियम टूर में 110 सेमी, 120 सेमी और 130 सेमी की छलांगें होंगी।
इसी तरह नोविस टूर में राइडर्स 100 सेमी, 110 सेमी और 120 सेमी की बाधाओं से निपटते हुए दिखाई देंगे, जबकि प्रेलिमिनारी टूर में 0.80 मीटर, 0.90 मीटर और 1.0 मीटर की जम्प होंगी। इसके अतिरिक्त, यंग हॉर्स चैंपियनशिप में 100 सेमी, 105 सेमी और 110 सेमी की बाधाओं के साथ इस खेल के लिए तैयार किए जा रहे घोड़ों को टेस्ट किया जाएगा।
ये भी पढ़ें : हैदराबाद फाल्कन्स ने 88-84 से जीता मुकाबला, जैक परचेज़ रहे हीरो