भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर), नई दिल्ली की क्षेत्रीय समिति IV की 27वीं बैठक 14 नवंबर को आईआईएसआर, लखनऊ में आयोजित कर रही है।
यह बैठक भा॰कृ॰अनुप॰-भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी, और भा॰कृ॰अनुप॰-भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान (आईआईएसआर), लखनऊ द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित की जा रही है। बैठक में तीन राज्यों बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के कृषि, बागवानी, मत्स्य एवं डेयरी मंत्री भाग ले रहे है। इसके अलावा इन तीन राज्यों के मुख्य सचिव, एवं अन्य अधिकारी गण भाग ले रहे है।
इस बैठक की अध्यक्षता कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री, नई दिल्ली करेंगे और तकनीकी सत्र की अध्यक्षता डॉ. हिमांशु पाठक, सचिव (डेयर) और महानिदेशक (आईसीएआर) करेंगे।
इसके अलावा, आईसीएआर के सचिव, उप महानिदेशक, आईसीएआर केगोवेर्निंग बॉडी के सदस्य, राज्य कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपति, आईसीएआर के सहायक महानिदेशक (एडीजी),संस्थानों के निदेशक,राज्य कृषि विश्वविद्यालयों के अनुसंधान और विस्तार निदेशक और तीनों राज्यों के राज्य सरकार के विभागों के अधिकारी इस बैठक में भाग ले रहे है।
आईसीएआर, नई दिल्ली के डीडीजी (विस्तार) और बैठक के नोडल अधिकारी डॉ. यू.एस. गौतम ने कहा कि यह बैठक क्षेत्र में किसानों के सामने आने वाली समस्याओं और चुनौतियों पर चर्चा करने और संभावित समाधानों की रूपरेखा तैयार करने का अवसर प्रदान करेगी।
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क्षेत्रीय समिति हितधारकों को वर्तमान अनुसंधान और प्रशिक्षण प्रयासों में प्रमुख अंतरालों की गहराई से जांच करने, प्राथमिकताओं की पहचान करने और अगले दो वर्षों में क्षेत्र के लिए कृषि, पशुपालन और मत्स्य पालन में अनुसंधान, शिक्षा और विस्तार के लिए एजेंडा निर्धारित करने के लिए एक मंच प्रदान करेगी।
इसके अतिरिक्त, बैठक के दौरान आरसीएम-IV की पृष्ठभूमि पर एक प्रस्तुति क्षेत्र में कृषि अनुसंधान और विकास में प्रमुख उपलब्धियों पर प्रकाश डालेगी।
आईसीएआर अकादमिक संस्थानों, उद्योग, सरकारी एजेंसियों और गैर सरकारी संगठनों के सहयोग से देश भर में कृषि ज्ञान और प्रथाओं को आगे बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता में अडिग है। आईसीएआर ने खाद्य सुरक्षा, जलवायु लचीलापन और टिकाऊ संसाधन किसान की समृद्धि और भविष्य की पीढ़ियों के लिए कृषि प्रणाली कीसहनशीलता सुनिश्चित किया जा सके।