लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं कारागार राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार धर्मवीर के निर्देश पर रक्षा बंधन के अवसर पर प्रदेश भर के कारागारों में विशेष व्यवस्था की गई थी, ताकि बंदियो को अपने भाई-बहनों से राखी बांधने व बंधवानें में किसी प्रकार की असुविधा न हो।
परिजनों ने बंदी भाईयों से मिलकर जतायी खुशी
अपर मुख्य सचिव, गृह एवं कारागार अवनीश कुमार अवस्थी ने रक्षा बंधन के त्योहार के लिए निर्देश दिये गये थे कि जेलों के मुख्य द्वार पर रक्षा बंधन हेल्प डेस्क बनाकर आने वाली महिलाओं का सहयोग किया जाये।
बच्चों के साथ आने वाली महिलाओं के संभावित आकास्मिक स्वास्थ्य समस्या के निदान के लिए भी हेल्प डेस्क पर आवश्यक चिकित्सकीय व्यवस्था करने तथा स्वच्छ पेयजल एवं वाशरूम आदि की व्यवस्था भी किये जाने के लिये कहा गया था। शारीरिक रूप से कमजोर से महिलाओं के लिए व्हीलचेअर आदि की भी व्यवस्था की गई।
ये भी पढ़े : आजादी का अमृत महोत्सव, प्रदेश के कारागारों में यादगार बनाने के लिए ये है तैयारी
शासन के निर्देशों के क्रम में प्रदेश की सभी जेलों पर की गई समुचित व्यवस्था के फलस्वरूप विगत 12 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन प्रदेश भर के कारागारों में आने वाले मुलाकातियों की संख्या 70 हजार से अधिक रही जिनमें 1332 पुरुष, 52953 महिलाएं एवं 18176 बच्चे थे।
इस अवसर पर प्रमुख जेलों में मुलाकातियों की संख्या क्रमश: जिला कारागार कानपुर नगर 2422, उन्नाव 1277, लखनऊ 2804, सीतापुर 1913, हरदोई 1288, खीरी 1355, फतेहपुर 1130, चित्रकूट 1148, गोरखपुर 1326, पीलीभीत 1141, मुरादाबाद 1681, शाहजहांपुर 1972, मेरठ 2475, गाजियाबाद 4897, गौतमबुद्वनगर 1335, बागपत 1919, मुजफ्फरनगर 1817, आगरा 2673, अलीगढ़ 2941, फिरोजाबाद 3281, एटा 2130, व मथुरा 2662 है।