गौतम बुद्ध नगर / नई दिल्ली। सावित्री बाई फुले यूनिवर्सिटी का प्रतिनिधित्व कर रहे पुणे निवासी प्रथमेश प्रमोद गायकवाड़ का मानना है कि 25 मीटर निशानेबाजी भारत को सबसे ज्यादा मेडल दिलाने वाला खेल है। इसे खेल में आने वाले युवाओं को सही प्रशिक्षण और आर्थिक सहायता मिले तो अंतरराष्ट्रीय खेलों में पदक की भरमार लगा दे।
उनका कहना है कि खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स खेलों को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभा रहा है। इस बार बड़ी संख्या में यूनिवर्सिटी गेम्स में युवा खिलाड़ियों को मौका मिला है।
सरकार की यह एक अच्छी पहल है। गायकवाड़ ने 2011 में लंदन में हुए गेम्स में सिल्वर मेडल जीता था और उसके बाद वह मोटिवेट हुए और आज उनकी झोली में कई अवार्ड है। उनका मानना है कि निशानेबाजी का खेल काफी महंगा है, इसलिए इस फील्ड में ज्यादा खिलाड़ी आने से हिचकते है।
राज्य सरकारें खेलों को प्रमोट करे तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक अलग पहचान होगी
महाराष्ट्र सरकार भी कोई मदद नही करती है जिससे हमें मुश्किल होती है लेकिन देश के लिए मेडल जीतने का जज़्बा इस खेल को खेलने के लिए प्रेरित करता है।
वह खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के आयोजकों द्वारा किये गए इंतजाम से काफी खुश है और उन्हें लगता कि राज्य सरकारे अपनी तरफ से युवा खिलाड़ियों को और प्रोत्साहित करें तो खेलों की दुनिया मे भारत की अपनी एक अलग धाक होगी।
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