केआईयूजी 2022 : जूडो चैंपियन जतिन के लिए घर का खेल है जूडो

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश की मेजबानी में पहली बार आयोजित किए जा रहे खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स-2022 में पुरुषों की 60 किग्रा कैटेगरी का गोल्ड मेडल जीतने वाले जतिन टोकस के लिए जूडो घर का खेल है। दिल्ली विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व करने वाले जतिन के पिता और बहन इंटरनेशनल स्तर के जूडो खिलाड़ी रह चुके हैं।

पहली बार खेलो इंड़िय़ा यूनिवर्सिटी गेम्स में हिस्स ले रहे जतिन ने बाबू बनारसी दास यूनिवर्सिटी में आयोजित अपनी स्पर्धा के फाइनल में गुरु काशी विश्वविद्यालय के हर्ष सिंह को हराया।

यूनिवर्सिटी गेम्स में अपने पहले पदक के बाद जतिन ने कहा, खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में पहली बार हिस्सा लेते हुए सोना जीतना मेरे लिए सुखद अहसास है। यह पदक मेरे लिए खास है।

दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स में बीए प्रोग्राम कोर्स कर रहे 19 साल के जतिन इससे पहले दो बार खेलो इंडिया यूथ गेम्स में हिस्सा ले चुके हैं। जतिन ने बताया,- मैं गुवाहाटी और मध्य प्रदेश में खेलो इंडिया यूथ गेम्स में हिस्सा ले चुका हूं।

गुवाहाटी में मैंने 50 वेट कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीता था और मप्र में मैंने 60 वेट कैटेगरी में सिल्वर जीता था। जतिन ने भारत सरकार के खेलो इंडिया इनिशिएटिव की जमकर तारीफ की। जतिन ने कहा, ये बेहद अच्छा प्लेटफार्म है। यूथ को आगे पहुंचाने के लिए सरकार की ओर से बेहतरीन पहल है।

इससे अच्छे टैलेंट निकलेंगे और अपने गेम में फोकस करते हुए अच्छा रिजल्ट देंगे और देश का नाम रोशन करेंगे। यूथ और यूनिवर्सिटी गेम्स ने कई इंटरनेशनल प्लेयर्स दिए हैं और आगे भी देते रहेंगे।

जतिन ने बताया कि वह जयपुर में 2018 में आयोजित कामनवेल्थ चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीत चुके हैं। बकौल जतिन, मैंने कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में 2018 में गोल्ड जीता था। इसके अलावा मैं आल इंडिया यूनिवर्सिटी जो कि जनवरी 2023 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी-जालंधर में हुआ था, में गोल्ड जीता था।

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मैंने 7 बार स्कूल नेशनल्स खेला है और 4 गोल्ड तथा दो सिल्वर जीते हैं। इसके अलावा मेरे नाम कैडेट नेशनल्स में भी गोल्ड मेडल है। इस खेल में आने के बारे में पूछे जाने पर जतिन ने कहा कि उनके पिता जगबीर सिंह टोकस इंटरनेशनल स्तर के जूडो खिलाड़ी रहे हैं और बहन ने भी इंटरनेशनल स्तर पर जूडो खेला है।

जतिन ने कहा, मेरे पिता जूडो कोच हैं। वह सीआईएसएफ में कार्यरत हैं। वह भी इंटरनेशनल खिलाड़ी रहे हैं। मेरी बहन प्रेरणा टोकस भी जूडो खेलती है। वह इंटरनेशनल खिलाड़ी है। वह कामनवेल्थ चैंपियनशिप, जो कि 2019 में इंग्लैंड में खेली गई थी, में पांचवां स्थान हासिल किया था।

बीते साल खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में भी वह खेले थी और ब्रांज मेडल जीता था। मुनिरका स्थित बाबा गंगनाथ जूडो एकेडमी में प्रैक्टिस करने वाले जतिन का सपना देश के लिए ओलंपिक खेलना और पदक जीतना है।

पटियाला में 14-15 जून को आयोजित होने वाले वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स ट्रायल्स के लिए कमर कस चुके जतिन ने कहा, इंटरनेशनल स्तर पर बड़ा मेडल जीतने का सोचा है। ओलंपिक खेलना है और फ्यूचर में जूडो में अच्छा करना है।

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