लखनऊ। पर्यावरण एवं जल संरक्षण के संकल्प के साथ आयोजित किए जा रहे विद्यार्थी प्रतिभा उत्सव कार्यक्रम की सराहना करते हुए पर्यावरण एवं वन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ अरुण कुमार ने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों को पर्यावरण एवं जल संरक्षण के महत्व के बारे में ना केवल जानकारी प्राप्त होगी बल्कि वह इसे अपनी जिम्मेदारी समझते हुए अपने समाज और राष्ट्र के प्रति अहम भूमिका भी निभाएंगे।
पर्यावरण व वन मंत्री डॉ. अरुण कुमार ने सोक्ट एवं जनविकास महासभा के अध्यक्षों से की मुलाकात
आज अपने आवास पर पर्यावरण एवं वन राज्य मंत्री ने चल रहे विद्यार्थी प्रतिभा उत्सव कार्यक्रम को लेकर सामाजिक संस्था सोसायटी आफ करियर टेक्सोनोलॉजी (सोक्ट) के अध्यक्ष डॉ अगम दयाल एवं जनविकास महासभा के अध्यक्ष पंकज कुमार से मुलाकात के दौरान यह बातें कहीं।
विद्यार्थी प्रतिभा उत्सव के अन्तर्गत होने वाले कार्यक्रमों की पूरी जानकारी देते हुए डॉ. अगम दयाल ने बताया कि जनविकास महासभा एवं सामाजिक संस्था सोक्ट के माध्यम से विद्यार्थी प्रतिभा उत्सव का प्रारंभ किया गया है।
इसका मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को पर्यावरण एवं जल संरक्षण स्वास्थ्य एवं शिक्षा के प्रति जागरूकता नशा मुक्त समाज आत्मनिर्भर भारत के महत्व के प्रति जागरूक करने के साथ-साथ उनके अंदर छिपी प्रतिभा को प्रदर्शित करने के लिए प्रेरित भी करना है।
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इस अवसर पर जनविकास महासभा के अध्यक्ष पंकज कुमार ने बताया कि आज के विद्यार्थी कल के राष्ट्र निर्माता होंगे इसलिए यह आवश्यक है कि विद्यार्थियों में आज से ही पर्यावरण एवं जल संरक्षण स्वास्थ्य शिक्षा नशा मुक्त समाज आत्मनिर्भर भारत के महत्व इत्यादि के प्रति जागरूक किया जाए।
इस समाज और राष्ट्र के लिए उनकी जिम्मेदारियों के प्रति उन्हें जागरूक किया जाए इसके लिए ही विद्यार्थी प्रतिभा उत्सव की शुरुआत की गई है यह वर्ष भर छोटे-छोटे कार्यक्रमों के माध्यम से हजारों विद्यार्थियों के मध्य जागरूकता का कार्य करेगा।