लखनऊ। अंतर्राष्ट्रीय पदक विजेता वेटलिफ्टर एम.मार्टिना देवी के दो रजत व आलोक यादव के स्वर्ण सहित भारतीय खेल प्राधिकरण क्षेत्रीय केंद्र लखनऊ (साई लखनऊ एनसीओई) के ट्रेनीज ने कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप-2023 में खूब चमक बिखेरी।
कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप-2023 में 1 स्वर्ण, चार रजत व एक कांस्य जीते
गत 12 से 16 जुलाई तक नोएडा में आयोजित इस चैंपियनशिप में इन खिलाड़ियों ने 1 स्वर्ण, चार रजत व एक कांस्य पदक जीते।
आलोक यादव ने पुरुष जूनियर 96 किग्रा में स्वर्ण पदक जीता। आलोक यादव ने कुल 290 किग्रा (स्नैच 120 किग्रा, क्लीन एंड जर्क 170 किग्रा) वजन उठाकर यह सफलता हासिल की।
एम.मार्टिना देवी ने यूथ और जूनियर दोनों वर्गो में रजत पदक जीतने के साथ यूथ में चार नए राष्ट्रीय रिकार्ड और जूनियर में चार नए राष्ट्रीय रिकार्ड बनाए।
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मार्टिना देवी ने महिला यूथ के 81 किग्रा से अधिक भार वर्ग का रजत पदक कुल 213 किग्रा (स्नैच 95 किग्रा, क्लीन एंड जर्क 118 किग्रा) वजन उठाकर जीता। उन्होंने जूनियर के 87 किग्रा से अधिक वर्ग में कुल 213 किग्रा (स्नैच 95 किग्रा, क्लीन एंड जर्क 118 किग्रा) वजन उठाकर रजत पदक जीता।
आलोक यादव को स्वर्ण, मार्टिना देवी ने दो रजत के साथ बनाए आठ नए राष्ट्रीय रिकार्ड
इसके अलावा महिला जूनियर के 55 किग्रा वर्ग में उषा ने कुल 172 किग्रा (स्नैच 77 किग्रा, क्लीन एंड जर्क 95 किग्रा) का वजन उठाकर रजत पदक जबकि सोनम सिंह ने महिला जूनियर के 59 किग्रा वर्ग में कुल 167 किग्रा (स्नैच 75 किग्रा, क्लीन एंड जर्क 92 किग्रा) वजन उठाकर रजत पदक जीता।
दूसरी ओर पूर्णिमा पांडेय ने महिला 87 किग्रा से अधिक भार वर्ग वर्ग में कुल 227 किग्रा (स्नैच 102 किग्रा, क्लीन एंड जर्क 125 किग्रा) का वजन उठाया और उन्हें कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
साई लखनऊ के वेटलिफ्टिंग ट्रेनीज को इन सफलताओं के लिए वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक संजय सारस्वत सहित अन्य अधिकारियों ने बधाई दी। उन्होंने सभी को उज्जल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वेटलिफ्टिंग ट्रेनीज काफी समय से शानदार प्रदर्शन कर रहे है। मुझे विश्वास है कि सभी आने वाले समय में देश का नाम ऐसे ही रोशन करते रहेंगे।
बात अगर एम.मार्टिना देवी की करे तो वो साल 2019 में साई एनसीओई लखनऊ का हिस्सा बनी थी। हालांकि उनको इस सफलता के लिए खासा संघर्ष करना पड़ा और लोग कहते थे कि इस छोरी को मर्दो वाला शौक लगा है।
मार्टिना के अनुसार उन्होंने चौथी कक्षा में वेटलिफ्टिंग सीखने की इच्छा जताई तो खानदान और गांव वालों में सबने विरोध किया। घरवालों को भी भड़काया। हालांकि गांव में दुकान चलाने वाले मेरे पिता ने मेरी इच्छा का सम्मान किया और पांचवी कक्षा में मेरा दाखिला एक वेटलिफ्टिंग स्कूल में कराया। उन्होंने 2019 में अपना सर्वश्रेष्ठ देना शुरू किया।
मार्टिना के पिता ने 8वीं कक्षा में उनका दाखिला दूसरे स्कूल में कराया और उन्होंने पिछले साल पंचकुला में आठ राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया थे।
मार्टिना को कुंजरानी देवी से बचपन से ही प्रेरणा मिलती थी। मार्टिना ने यूथ और जूनियर स्तर पर लगातार नेशनल रिकॉर्ड के अलावा पिछले साल 81 किग्रा वर्ग से अधिक वर्ग में ताशकंद में हुई यूथ एशियन चैंपियनशिप में रजत जीता था।
मार्टिना ने पिछले साल हिमाचल प्रदेश के अलावा मोदी नगर में खेलों इंडिया यूथ एंड महिला नेशनल रैंकिंग टूर्नामेंट में भी रिकॉर्ड बनाते हुए नागरकोइल (तमिलनाडु) में वेटलिफ्टिंग नेशनल के दौरान नए रिकॉर्ड भी बनाये थे । मार्टिना ने इस साल खेलो इंडिया यूथ गेम्स सहित कई अन्य प्रतियोगिताओं में भी चमक बिखेरी है।