कानपुर। छत्रपति शाहूजी महाराज कानपुर विश्वविद्यालय के कुलपति डा.विनय पाठक ने कहा कि विश्वविद्यालय से जुड़े कालेजों में शतरंज को व्यावसायिक शिक्षा का हिस्सा बनाने के लिए एआईसीएफ (आल इंडिया चेस फेडरेशन) से एमओयू (आपसी समझ पत्र) पर शीघ्र ही हस्ताक्षर किए जाएंगे।
कानपुर विश्वविद्यालय व एआईसीएफ के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर जल्द
उन्होंने कहा कि नयी शिक्षा नीति में खेलों को भी प्रोत्साहन दिया गया है। कुलपति डा.पाठक यहां गैंजेज क्लब में आयोजित 58वीं नेशनल चेस चैम्पियनशिप 2022 के पांचवें दिन के खेल का उद्घाटन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस विषय पर उनकी एआईसीएफ अध्यक्ष डा.संजय कपूर से विस्तृत बातचीत हुई है।
उन्होंने कहा कि इस पर होमवर्क करने के लिए एक विश्वविद्यालय की तरफ से एक प्रोफेसर एआईसीएफ के पदाधिकारियों से विस्तृत बातचीत के लिए अधिकृत किए जाएंगे। दोनों ही एमओयू के लिए तय प्रावधानों को अंतिम रूप देंगे। डा.पाठक ने कहा कि विश्वविद्यालय से जुड़े साढ़े पांच सौ से भी ज्यादा कालेजों में चेस (शतरंज) खेल भी शुरू किया जाएगा।
कुलपति डा.पाठक ने कहा एक हफ्ते बाद योजना को देंगे मूर्तरूप
कालेज फैकल्टी से ही प्रशिक्षक तैयार करने का काम एआईसीएफ करेगा। उन्होंने कहा कि व्यावसायिक खेल किसी भी विषय में प्रशिक्षण का एक तत्व हो सकते हैं। एक व्यावसायिक खेल की प्रक्रिया में शिक्षक एक व्यावसायिक प्रशिक्षक के रूप में कार्य करता है जो खेल पाठ्यक्रम को नियंत्रित करता है।
ये भी पढ़े : सुपर ग्रैंडमास्टर अधिबन की हार, इन तीनों ने छोड़ा मुकाबला
उन्होंने चेस को गंभीर व्यक्तित्व बौद्धिक विकास और अवलोकन शक्ति का सशक्त माध्यम माना। इससे पूर्व प्रतियोगिता स्थल पर कुलपति डा.विनय पाठक का एआईसीएफ अध्यक्ष डॉ.संजय कपूर, यूपीसीएसए महामंत्री एके रायजादा, कोषाध्यक्ष विनय आनंद ने स्वागत किया।
डॉ.कपूर ने कहा कि उनकी कुलपित डा.पाठक से इस विषय पर विस्तृत चर्चा हुई जिसमें एमओयू पर शीघ्र ही हस्ताक्षर की बात तय हुई है। कानपुर में नेशनल चेस चैम्पियनशिप के दौरान यह निर्णय एक बड़ी उपलब्धि है।