‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ से करण जौहर ने किया अच्छा कमबैक

0
112
फोटो साभार : गूगल

करण जौहर की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। इस फिल्म की कहानी रॉकी रंधावा (रणवीर सिंह) और रानी चटर्जी (आलिया भट्ट) की लव स्टोरी है।

रॉकी, एक पंजाबी फैमिली से है और जीवन में उसने काफी मस्ती मजाक किया है और अपने हिसाब से सभी लग्जीरियस चीजों का लाभ उठाया है, इन सबके बाद भी वो दिल का नेक है और सबको प्यार करता है।

रॉकी की पर्सनैलिटी से एक दम अलग रानी, पढ़ी-लिखी, इंडिपेंडेंट और सही गलत पर बात रखने वाली एक सशक्त महिला है। रानी न्यूज एंकर में रूप में काम करती है। रॉकी और रानी की मंजिलें टकराती है, रॉकी को पता लगता है कि उसके बड़े पापा कवलजीत लुंड (धर्मेंद्र) को किसी से प्यार है, जिसका नाम जामिनी है।

एक हादसे के बाद से ही कवलजीत व्हील चेयर पर है और उसकी याददाश्त आती-जाती रहती है, ऐसे में रॉकी जामिनी को ढूढ़ने की कोशिश करता है, डॉक्टर्स से उम्मीद मिलती है कि इससे वो ठीक हो सकते है। जामिनी को ढूंढ़ने के चक्कर में उसकी मुलाकात रानी से होती है। जामिनी, रानी की नानी है।

रॉकी-रानी मिलकर उन्हें मिलाते है, धनलक्ष्मी (जया बच्चन) के चलते ऐसा हो नहीं हो पाता है। धनलक्ष्मी चीजों को अपने हिसाब से देखती है और वही सोच उसने अपने बेटे में डाली है। कहानी आगे बढ़ती है और रॉकी-रानी में प्यार हो जाता है, दोनों के परिवार एक दम अलग है तो प्लान बनाया जाता है कि दोनों एक दूसरे के यहां तीन-तीन महीने रहेंगे, ताकि परिवारों को समझ सकें।

दोनों की शादी होती है या नहीं, दोनों की बीच में क्या मुसीबतें आती हैं, क्या जामिनी और कवलजीत का मिलन होता है और क्या कुछ और ड्रामा होता है, इन सबके लिए आपको फिल्म देखनी होगी।

फिल्म के डायलॉग्स शानदार लिखे गए है और जब रणवीर सिंह उनकी डिलीवरी करते है तो मजा ही आ जाता है। फिल्म का म्यूजिक अच्छा है और हर गाने का अपना वाइब है। म्यूजिक ही नहीं बल्कि बैकग्राउंड स्कोर अच्छा है, जो कहानी को सपोर्ट देता है।

फिल्म में कई सीन्स खूब मजा देते हैं और हंसी नहीं रुकती है। कई सीन्स ऐसे हैं जो दिमाग के पुराने जाले हटाने की कोशिश करते है। रणवीर सिंह के किरदार के सहारे करण जौहर ने समाज के उन कथित मर्दों को आईना दिखाने की कोशिश की है, जो रौब दिखाने और औरतों को दबाने को मर्दानगी मानते हैं।

फिल्म में जिस तरह से धर्मेंद्र और शबाना के रोमांस को पुराने गानों में पिरोया है, वो काफी खूबसूरत नजर आता है और थिएटर में मौजूद लोग भी गुनगुनाने लगते है। फिल्म के लोकेशन्स और शूटिंग सेट्स अच्छे है। फिल्म का कैमरावर्क, एडिटिंग आदि नॉर्मल है और किसी भी चीज को हटकर नहीं बोल सकते है।

फिल्म के आखिर में एक सीन में रणवीर सिंह अपने किरदार को भूलते दिखते है और पंजाबी एक्सेंट को छोड़कर  हिंदी में बात करने लगते है। फिल्म में एक और चीज है थोड़ी खटकती है, यही करण जौहर का स्टाइल है कि फिल्म में हर कोई इंसान बतौर कैरेक्टर कुछ न कुछ टैलेंट के साथ कैसे है, किसी को गाना आता है, कोई ट्रेड एक्सपर्ट है। कैसे हर किसी के सपने अधूरे है।

बतौर दर्शक ये बात खटकेगी नहीं। हर जिम जाने वाला शख्स, या बॉडी बिल्डर इंसान दिमाग से पैदल नहीं होता है, जैसा रॉकी और उसके दोस्त विकी को अधिकतर दिखाया गया है।

फिल्म से कुछ लोगों को ये आपत्ति भी हो सकती है कि ये एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर को सपोर्ट करती सी दिखती है और बिना शादी दूसरे परिवार के घर रहने जैसे सजेशन देती है। इसे ऐसा भी समझा जा सकता है कि आग एक अच्छी सेवक है लेकिन एक बुरी मालिक है।

‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ का हर एक कलाकार ने शानदार अभिनय किया है। रणवीर सिंह इस फिल्म की जान है और उन्होंने जिस तरह से अपना किरदार निभाया है, उन्हें देख ऐसा महसूस होता है कि ये रोल उनके लिए ही लिखा गया है और इसे उनसे बेहतर कोई निभा नहीं सकता है।

एक्सेंट से लेकर बॉडी लैंग्वेंज तक, रणवीर सिंह ने फिल्म में अच्तछा काम किया है और उन्हें देख ‘बैंड बाजा बारात’ के बिट्टू शर्मा की याद आ जाती है। रॉकी के बाद रानी के रोल में आलिया भट्ट दिखी और उन्होंने भी अच्छा काम किया है। आलिया एक शानदार अभिनेत्री है और कई फिल्मों में वो अपने दमदार अदाकारी दिखा चुकी है।

इस बार रणवीर के सामने थोड़ी फीकी लगती है, लेकिन दिल जीतने में कामयाब रही। इन दोनों के बाद बात धर्मेंद्र की करें तो उनका स्क्रीन प्रेजेंस काफी कम रहा है, जितने भी देर रहते है बांधे रहते है।

शबाना आजमी संग रोमांस हो या परिवार को सीख, धर्मेंद्र ने नई जनरेशन को दिखाया है कि आखिर क्यों वो दिग्गज कहे जाते है। धर्मेंद्र ही नहीं यही बात जया बच्चन ने भी साबित की है, बतौर एक्टर, रोल के लिए उनके छोटे-छोटे ‘नकचढ़े’ एक्सप्रेशन्स जान फूंकते दिखते है।

शबाना भी स्क्रीन भी दमदार मौजूदगी दर्ज करवाती दिखी है। बात डायरेक्शन की करें तो ‘लस्ट स्टोरीज’ या ‘घोस्ट स्टोरीज’ की कहानी छोड़ दें तो बड़े पर्दे पर इससे पहले करण जौहर का काम फिल्म ‘ऐ दिल है मुश्किल’ में दिखा था। 2016 के बाद 2023 में करण जौहर ने कमबैक किया है और ये अच्छा कमबैक है।

फिल्म एक टिपिकल करण जौहर फिल्म है, जिसमें सबको कुछ लैविश है, कलरफुर है और खूब मसाला है। ये बोलना गलत नहीं होगा कि बतौर डायरेक्टर करण ने कुछ भी नया नहीं किया है, उनका जादू देखने को मिलता है, जो अच्छा लगता है।

‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ एक ऐसी फिल्म है, जिसे आप पूरे परिवार के साथ एन्जॉय कर सकते हैं। ये फिल्म  एंटरटेनमेंट ही नहीं करती है, साथ ही रिश्तों के तानों-बानों के बीच में सोशल मैसेज भी देती है, जो बोझ या ऊबाऊ नहीं लगता है। फिल्म में कई ऐसे सीन्स हैं, जो आपको बतौर दर्शक सोचने, सीखने और समझने पर मजबूर कर देते है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here