लखनऊ : प्रदेश सरकार खेलों को बढ़ावा दे रही है। इस दृष्टि से फरवरी, 2024 में वाराणसी में फार्मूला वन एच20 (एफ1एच20) वर्ड चैम्पियनशिप पावरबोट रेसिंग का आयोजन किया जाना प्रस्तावित है।
अगले साल फरवरी में एफ1एच20 पावरबोट रेसिंग का आयोजन प्रस्तावित
इस संबंध में अपर मुख्य सचिव, खेल एवं युवा कल्याण डा. नवनीत सहगल से फार्मूला वन के प्रतिनिधि सिबतेन बाकरी ने आज यहां बापू भवन में मुलाकात कर इस संबंध में चर्चा की और एक प्रस्ताव दिया।
डा. नवनीत सहगल को फेयरस्ट्रीट स्पोर्ट्स प्रालि के चीफ आपरेटिंग आफीसर ने दिया प्रस्ताव
डा. नवनीत सहगल ने कहा कि प्रदेश सरकार खेल प्रतिस्पर्धाओं को हर क्षेत्र में बढ़ा रही है और इसके लिए खिलाड़ियों को तमाम सुविधाएं भी मुहैया करा रही है।
उन्होंने कहा कि पावरबोट रेसिंग का आयोजन उत्तर प्रदेश में पहली बार होने जा रहा है, जो कि प्रदेश के लिए गौरव की बात है। इसके लिए प्रदेश सरकार जो भी आवश्यक सुविधाएं हो सकेंगी, उपलब्ध करायेगी। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर के इस प्रकार के आयोजन होने से हमारे प्रदेश के खिलाड़ी भी इस खेल के प्रति प्रेरित होंगे।
प्रदेश में वाटर टूरिज्म और निवेश को बढ़ावा मिलेगा
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि पावरबोट रेसिंग के लिए उत्तर प्रदेश के वाराणसी में पर्याप्त जल संसाधन एवं रामनगर के मल्टी मॉडल टर्मिनल में विश्व स्तरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर होने से इस रेस को आयोजित किया जा सकता है।
अंतरराष्ट्रीय पर्यटक और निवेशक आकर्षित होंगे : डा. नवनीत सहगल
इस प्रकार के आयोजन से वैश्विक स्तर पर प्रदेश का नाम रोशन होगा। इससे प्रदेश में वाटर टूरिज्म और निवेश को बढ़ावा मिलेगा, अंतरराष्ट्रीय पर्यटक और निवेशक आकर्षित होंगे। वैश्विक समुदायों की भागीदारी के साथ सास्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलेगा।
वाराणसी में पावरबोट रेसिंग के लिएं विश्व स्तरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर मौजूद
पुष्कर नाथ श्रीवास्तव ने बताया कि एफ1एच20 प्रतियोगिता विश्व की सबसे बड़ी और सफल पावरबोट रेसिंग है। विभिन्न देशों की नौ टीमों इसमें भाग लेती हैं। उन्होंने बताया कि नवम्बर 2018 में विजयवाड़ा एवं अमरावती में इस रेसिंग का सफलता पूर्वक आयोजन किया गया था।
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उन्होंने बताया कि एफ1एच20 फार्मूला रेस के लिए 1000 मीटर लम्बा एवं 150 मीटर चौड़ा व ढाई मीटर गहरा वाटर बेसिन, वाटर बाडी के निकट एक से दो एकड़ भूमि ड्राई पिट बनाने के लिए, वाटर बाडी ऐसे स्थान पर हो जहां से हॉस्पिटल और होटल तक पर्यटकों की पहुंच आसान हो, ऐसे लोकेशन की आवश्यकता पड़ती है, जो वाराणसी में उपलब्ध है।