कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवाएं मुख्यालय लखनऊ में स्वतंत्रता दिवस मनाया गया

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कारागार मुख्यालय पर पुलिस महानिदेशक/महानिरीक्षक कारागार एस एन साबत का स्वागत चित्रलेखा सिंह, ए के सिंह उपमहानिरीक्षक मुख्यालय, शैलेंद्र मैत्रेय उपमहानिरीक्षक, पुलिस वरिष्ठ अधीक्षक शिवहरी मीणा, पुलिस अधीक्षक एस सी शाक्य व अन्य अधिकारियों ने किया तथा सर्वप्रथम पुलिस महानिदेशक कारागार ने मुख्यालय स्थित शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पण कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।

इसके बाद महोदय ने राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया तथा गार्ड सहित आदर्श कारागार लखनऊ के बंदियों के बैंड द्वारा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को राष्ट्रीय सलामी प्रस्तुत की व राष्ट्रगान गाया।

पुलिस महानिदेशक कारागार ने सभी को संबोधित करते हुए अपने भाषण में कहा कि साल भर से हम जो आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे थे, आज अमृत महोत्सव का समापन भी है। उन्होंने महात्मा गांधी जी एवं सभी स्वतंत्रता सेनानी जिन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राण निछावर किए उन्हें नमन किया तथा सभी उपस्थित गण को पंचप्राण की शपथ दिलाई।

 

उन्होंने स्वतंत्रता दिवस का महत्व बताते हुए कहा “जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी” अर्थात माता और मातृभूमि सर्वोपरि है, इसी ध्येय के साथ हम स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं। प्रदेश की कारागारों में आजादी के अमृत महोत्सव सप्ताह के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किया जा रहे हैं। सभी कारागारों में स्वतंत्रता सेनानियों को याद कर उन्हें पुनर्जीवित किया है।

स्वतंत्रता के 77वे वर्ष में भारत विश्व में खुद को अग्रणीय देश के रूप में प्रतिष्ठित करने के लिए तेजी से बड़ा है। वर्तमान में भारत विश्व की टॉप 3 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होने वाला है।

शिक्षा, चिकित्सा, कृषि, न्यूक्लियर आदि विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति सर्वोपरि है तथा हम सभी के एकजुट प्रयास से भारत को विश्व में नंबर एक राष्ट्र के रूप में प्रतिष्ठित कर पाएंगे।

परंतु भारत के लिए चुनौतियां भी है जैसे बढ़ती जनसंख्या, वर्तमान में भारत की जनसंख्या चीन से भी अधिक है लेकिन यह चुनौती भी मानव संपदा के रूप में एक अवसर है। भारत में विश्व का तीसरा सबसे बड़ा टेक्निकल पूल है। आवश्यकता है की भारत के डेमोग्राफिक डिविडेंड युवा शक्ति को सही दिशा में आगे बढ़ाएं, स्किल डेवलपमेंट करें, तकनीकी बढ़ोतरी करें जिससे भारत शीर्ष पर पहुंच सके।

उन्होंने बताया पुलिस, कारागार, न्याय तंत्र देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण है। हमें अपने दिए गए कार्यों को पूरी मेहनत से श्रेष्ठतम तरीके से करना चाहिए। नवीन मॉडल प्रिजन एक्ट, जेल मैन्युअल के द्वारा कारागारों को एक सुधार ग्रह के रूप में स्थापित किया जा रहा है जिससे कारागार के बंदी पुनः समाज की मुख्य धारा में समायोजित हो सके और रोल मॉडल बनकर बाकी बंदिया को प्रेरित कर सकें। जिलों में हो रहे कार्यक्रम जैसे क्लीन जेल ग्रीन जेल, टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल के बारे में भी बताया।

अंत में उन्होंने सभी उपस्थित गणों को शुभकामनाएं दी, संपूर्णानंद कारागार प्रशिक्षण संस्थान के प्रशिक्षणार्थियों को मेहनत कर खुद को श्रेष्ठ बनाने का मंत्र दिया। संस्थान के प्रशिक्षक, वक्ता उपस्थित जेल अधिकारी समस्त कर्मचारीगण व आदर्श कारागार से आए बंदियों को शुभकामनाएं दी।

इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक कारागार द्वारा अधीनस्थ अधिकारियों एवं कर्मचारियों को उनके द्वारा कारागार विभाग में दिए गए सराहनीय योगदान के उपलक्ष में प्रशंसा चिन्ह हीरक, प्रशंसा चिन्ह गोल्ड, प्रशंसा चिन्ह सिल्वर व प्रशंसा पत्र प्रदान किए गए। यहां उल्लेख करना महत्वपूर्ण है की डी जी महोदय को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भारत सरकार के गृह मंत्रालय नई दिल्ली द्वारा सेवा अभिलेख के आधार पर अति उत्कृष्ट सेवा पदक प्रदान किया गया है।

अपर महानिरीक्षक श्रीमती चित्रलेखा सिंह द्वारा कर्मचारी गढ़ को स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष में उपहार प्रदान किए गए। अंत में मिष्ठान वितरण के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।

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