लखनऊ। नमामि गंगे कार्यक्रम से न सिर्फ यूपी का दृश्य बदला है बल्कि यह अब जन आंदोलन बन चुका है। इस कार्यक्रम से रोजाना विशाल जनसमूह जुड़ रहा है।
नदियों का संरक्षण, घाटों की साफ-सफाई व नदियों के किनारे पौधारोपण कराना हो या फिर नदियों के संरक्षण के लिए समाज की सामूहिक भागीदारी की बात हो… समाज के हर वर्ग के जुड़ने से विभाग को कम समय में बेहतर परिणाम देखने को मिल रहे हैं।
शिप्रा पाठक 11 हजार बेलपत्र के पौधों को रोप कर बना रहीं यूपी में नया कीर्तिमान
ऐसे ही स्वप्रेरणा से प्रधानमंत्री के संकल्प को पूरा करने के लिए नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत बंदायू की वॉटर वुमेन शिप्रा पाठक काम कर रहीं हैं। यूपी में स्वच्छता अभियान, पौधारोपण, जन-जागरूकता कार्यक्रम करने के साथ ही वो घाटों को गोद लेने के लिए सहयोगी संस्थाओं को प्रेरित करेंगी।
शिप्रा पाठक ने बताया कि सावन मास में यूपी के बरेली जनपद में 11 हजार बेलपत्र के पौधों को रोपने का संकल्प लिया है। जल जीवन मिशन के एक नल-एक पेड़ अभियान के तहत अपनी संस्था के जरिए पौधारोपण का काम कर रहीं हैं।
पर्यावरण और जल का दोहन न हो ये हम सभी की साझा जिम्मेदारी है। ऐसे में यूपी ग्रामीण परिवारों तक तेज गति से नल कनेक्शन दे रहा है। पर, ये हम सबका कर्तव्य है कि नल कनेक्शन देने के साथ ही ग्रामीण परिवारों को जल संरक्षण, जल प्रबंधन, जल संवर्धन के बारे में जागरूक करें।
अयोध्या में लगा चुकी 50 हजार पौधे, एक करोड़ वृक्ष लगाने का लक्ष्य
वाटर वूमेन ने बताया कि मां नर्मदा, मानसरोवर, मां शिप्रा, सरयू और ब्रज की 84 कोसीं की पदयात्रा कर कर चुकी हैं। वो अपनी संस्था के जरिए पर्यावरण और जल संरक्षण पर काम कर रहीं हैं। वो उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तराखंड व राजस्थान काम कर रहीं हैं।
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यूपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के वृक्षारोपण अभियान में भागीदारी देने जा रहीं हैं। जिसमें स्थानीय संस्थाओं को जोड़कर ग्रामीण परिवारों को जल जीवन मिशन के तहत जल व पर्यावरण के संरक्षण के बारे में जागरूक करेंगी।
उन्होंने बताया कि अब तक करीबन एक करोड़ों लोगों को जल संरक्षण व इसके संचयन की शपथ दिला चुकी हैं। अब उनका लक्ष्य एक करोड़ वृक्षारोपण का है।