एसएम पारी ने जीवन में जाति धर्म से ऊपर उठ कर साबित की मिसाल

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लखनऊ। एक ऐसा इंसान जो सिर्फ इंसान था। अपने साथी छायाकारों, कैमरामैनों के लिए कुछ करने का जज्बा था। दिवंगत छायाकरों के परिवार को भी साथ लेकर चलता ताकि उन्हें कभी ये न लगे की उनका कोई नहीं है। ये सोच हमारे बीच न रहे छायाकार एस एम पारी की थी।

स्मृतियों में एसएम पारी

उन्होंने मीडिया फोटोग्राफर्स क्लब  की नींव ही दिवंगत साथी छायाकार की याद में शुरू किया। यह बातें मीडिया फोटोग्राफर्स क्लब की कोषाध्यक्ष मंजू श्रीवास्तव ने पारी जी की स्मृतियों को ताजा करते हुए कही।

बीसवे राष्ट्रीय पुस्तक मेले  आयोजित कार्यक्रम पारी जी की याद में आयोजित “स्मृतियो मे एसएम पारी” कार्यक्रम में पारी जी को श्रधासुमन अर्पित किया गया। राष्ट्रीय पुस्तक मेले मे आयोजित इस कार्यक्रम में लखनऊ के तमाम  पत्रकार फोटोग्राफर  एकत्र हुए।

मीडिया फोटोग्राफर्स क्लब द्वारा आयोजित कार्यक्रम आये हुए लोगों ने अपने प्रिय साथी एस एम पारी को श्रद्धा सुमन अर्पित  किये । क्लब के संरक्षक  मुरलीधर आहूजा ने कहा की पारी ने मुस्लिम, हिन्दु की  जाति से ऊपर उठकर  एक भारतीय नागरिक बनकर समाज के लिए अच्छे  कार्य किये ।

विशाल सिंह ने फोटो वायस की संपादक मंजू श्रीवास्तव को नारी शक्ति के रूप मे तलवार भेट की

वरिष्ठ  पत्रकार सुलतान शाकिर  हाशमी  ने कहा कि पारी जी और  मेरा साथ चालीस वर्षो से भी अधिक का रहा जिसमें दुकान खोलने से लेकर  फोटोग्राफर क्लब तक के सफर मे बहुत से अनुभवो से गुजरे  पारी अपने जीवन मे ऐसे व्यक्ति रहे।

वरिष्ठ पत्रकार सुशील दुबे ने बताया कि समाचार पत्र मे कनिष्ठ से लेकर वरिष्ठ  फोटोग्राफर के सफर की बहुत सी यादे है । जिसमे महत्वपूर्ण है फोटोग्राफर के ना रहने पर उनके परिवार की आर्थिक मदद और देखभाल करना जो वह अपने अंतिम समय तक करते रहे।

वरिष्ठ पत्रकार के विक्रम राव बताते है कि किसी भी हालात मे पारी कभी भी परेशान नही होते थे फोटोग्राफरो की मदद का जो प्रयास किया और उससे सभी पत्रकारो के परिवारो को आर्थिक मदद पहुंचायी वह केवल पारी का ही दृढ़संकल्प  था जो उन्होंने अकेले अपनी मेहनत से किया।

व्यापार मंडल अध्यक्ष  संजय गुप्ता ने कहा की पारी जी का व्यवहार मे इतना अपनापन था की उनकी बात मना नही कर पाते थे। शबाहत हुसैन ने कहा की मिले पहले मुझे लेकिन मेरे बडे भाई से दोस्ती हो गयी थी मेरे भाई के ना रहने पर कहा की मै हूं बडा  भाई अब यह कहने वाला भी कोई नही।

मुख्य  अतिथि पूर्व मेयर संयुक्ता भाटिया ने कहा की पारी जी से मेरा बहुत प्यारा रिश्ता रहा सदा बडी बहन की तरह मान दिया मुझे भी लगता था की  अपने भाई  से मिल रही हूं।

हजरतगंज विधानसभा पर  धूप से बचने के लिए एक की शेड मांग फोटोग्राफर ने की थी। तब एक कमरा फोटोग्राफर को दिया जिसका विशेष रूप से धन्यवाद देने पारी अकेले मेरे पास आये थे जबकि  कमरा सभी फोटोग्राफर के लिए बनाया गया था।

होम्योपैथिक डाक्टर उमंग खन्ना ने कहा की पारी भाई वाकई एक अच्छे मित्र थे।  उनके बारे मे जितनी बात करो तो खतम नही होगी ऐसे पारी थे ।

एस एम पारी  काव्य पाठ और शायरो को बहुत पसंद करते थे इसलिए  कार्यक्रम  का समापन शायर  संजय मिश्रा शौक, अनुपम श्रीवास्तव,वासिफ फारुकी, मोहम्मद अली साहिल  एस एम पारी  के प्रति अपने ह्रदय के उदगार कविता और  शायरी के जरिए प्रस्तुत किये ।

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कार्यक्रम में पुलिस अधिकारी कुलदीप सिंह, मोहम्मद् इक़बाल, डॉ इरफान, पूनम, परमानंद प्रसाद, वरिष्ठ पत्रकार नावेद शिकोह, अमित यादव, अखिलेश मयंक, ज़रगाम रिज़वी,  सज्जाद बाकर, कमाल, नदीम जाफर, अभिषेक चौधरी, सुनील रावत, मनु चंद्रा, जेड ए,

अमित वर्मा, रितेश यादव, सुशील सहाय, नीरज जैस्वाल, दिव्यांश, देवेश, एजाज़ अली, राजेश राजू, न्यूज़ टाइम्स नेशन के हेड खुरशीद राजू, सहित बड़ी संख्या में एस एम पारी के शुभचिंतक उपस्थित रहे। मंच का संचालन ज्योति किरन ने किया

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