कंगना की तेजस सिनेमाघरों में रिलीज हुई। तेजस को सर्वेश मेवारा ने डायरेक्ट किया है और वे इसके राइटर भी हैं। ये फिल्म तेजस एयरपोर्स पायलट तेजस गिल की रियल लाइफ कहानी पर आधारित है।
तेजस से कंगना एक बार फिर देशभक्ति का जज्बा दिखाती नजर आ रही हैं, स्क्रीन पर उनकी एक्टिंग में ज्यादा दम नजर नहीं आया। तेजस में एक्टिंग के मामले में अंशुल चौहान, कंगना पर भारी पड़ गईं।
तेजस की कहानी : मुंबई में जन्मी एक लड़की (तेजस) का सपना है कि वह देश के लिए फाइटर प्लेन उड़ाए। देशभक्ति का जज्बा उसके मन में बचपन से ही रहा और इसका सबसे बड़ा कारण है कि उसके पिता का डीआरडीओ में नौकरी करना और फाइटर प्लेन तेजस को बनते देखना है। तेजस बड़ी होती है और एयर फोर्स अकादमी में दाखिल होती।
अकादमी में दाखिला लेते ही उसे हर पल यही बात सताती है कि वह प्लेन कब उड़ाएगी। अकादमी में वह दिल लगाकर पढ़ाई करती है। उसे यहां कुछ दोस्त भी मिलते हैं। इसी तरह फिल्म की कहानी आगे बढ़ती है और पता चलता है कि भारत के एक जासूस को आतंकवादियों ने पकड़ लिया है।
भारतीय जासूस को आतंकवादियों के चंगुल से निकालने का काम तेजस का दिया जाता है। क्या तेजस अपने काम को अंजाम दे पाती है, तेजस क्या प्लान बनाती है, उसे किन मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.. इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी।
इस फिल्म में कंगना की उनकी एक्टिंग में वो बात नहीं दिखी, जिसकी उनसे उम्मीद की जाती है। फिल्म में कंगना का काम दर्शकों को निराश करता है। तेजस में अंशुल चौहान ने अपनी अदाकारी से सबका ध्यान खींचा।
फिल्म में उनकी एक्टिंग कंगना पर भारी पड़ गई। तेजस के हीरो वरुण मित्रा का काम बढ़िया दिखा। स्क्रीन स्पेस कम मिलने के बाद भी वरुण बेहतर नजर आए। आशीष विद्यार्थी और विषक नायर का भी ठीक है।
तेजस को निर्देशक डायरेक्टर सर्वेश मेवारा ने लिखा है, जिसमें वह पूरी तरह से फेल होते नजर आ रहे हैं। फिल्म की कहानी में स्थिरता की कमी है, इसे एक्टिंग से बचाया जा सकता था, ऐसा नहीं हो पाया।
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तेजस से डायरेक्शन में सर्वेश का डेब्यू है, अभी उन्हें अपने काम में और ज्यादा मेहनत करने की जरूरत है। फिल्म में शाश्वत सचदेव का म्यूजिक है, जो काफी बेहतर है। फिल्म को बचाने में शाश्वत का म्यूजिक साथ दे सकता है।