सीतापुर। जल जीवन मिशन की ‘हर घर जल’ योजना से उत्तर प्रदेश के प्रत्येक गांव में शुद्ध पेयजल सप्लाई पहुंच रही है। सीतापुर के बर्मी गांव का तो क्या ही कहना, जिसे ‘हर घर जल’गांव घोषित किया जा चुका है। नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की अनूठी पहल पर जिले में ‘जल ज्ञान यात्रा’ आयोजित की गई।
नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की अनूठी पहल ‘जल ज्ञान यात्रा’ का आयोजन
यहां बर्मी गांव में आए बदलाव को सरकारी स्कूलों के बच्चों ने नजदीक से देखा। बच्चों के लिए यह नजारा बिलकुल ही अलग था। बर्मी गांव उनके लिए किसी मॉडल विलेज से कम नहीं था, जहां पीने के पानी की अब कोई समस्या नहीं है। यहां हर घर में नल कनेक्शन लगा है, जिससे ग्रामीण परिवारों को शुद्ध पेयजल मिल रहा है।
ग्राम पंचायत बर्मी पहुंचे बच्चों ने देखी अमृत वाटिका, जल जागरूकता कार्यक्रम से समझी महत्ता
साथ ही यहां स्कूलों,आंगनबाड़ी केंद्रों के साथ ही चिकित्सालय और पंचायत भवन पर भी नल कनेक्शन लगा हुआ है। सीतापुर के सरकारी स्कूलों के बच्चों को जल जीवन मिशन की योजना के तहत बनाई गई पेयजल परियोजनाओं का भ्रमण कराया गया।
हर घर में नल कनेक्शन, ग्रामीण परिवारों को मिल रहा शुद्ध पेयजल
छात्रों को जल निगम (ग्रामीण) की प्रयोगशाला में जल गुणवत्ता की जांच भी दिखाई गई। ‘हर घर जल’ गांव पहुंचे बच्चों को ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें योजना से किस तरह लाभ मिल रहा है।
नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की अनूठी पहल जल ज्ञान यात्रा को बी.एस.ए कार्यालय से जल निगम (ग्रामीण) के अधिशाषी अभियंता आलोक पटेल ने हरी झंडी दिखाई। जल ज्ञान यात्रा सबसे पहले जल निगम (ग्रामीण ) प्रयोगशाला पहुंची।
छात्रों ने किया ग्रामीण पेयजल परियोजनाओं का भ्रमण, जल गुणवत्ता की देखी जांच
यहां स्कूली बच्चों को पानी की जांच में प्रयोग होने वाले उपकरणों और उसके इस्तेमाल को दिखाया गया। बच्चों को गांव-गांव में फील्ड टेस्ट किट से पानी की जांच कर रही ग्रामीण महिलाओं के बारे में भी जानकारी दी गई । उन्हें बताया गया कि किस तरह ये महिलाएं घर-घर जाकर एफटीके किट से 11 तरह की जल जांच करती है।
स्कूली बच्चों ने देखी ‘हर घर जल’ योजना से बदलती तस्वीर
ग्राम पंचायत बर्मी विकासखंड मिश्रिख (ग्रामीण) पेयजल योजना पर पहुंचे बच्चों ने ग्रामीणों को दी जा रही पेयजल सप्लाई की प्रक्रिया देखी। जल निगम के अधिकारियों ने स्कूली बच्चों को हर घर जल योजना से ग्रामीणों के जीवन में आए बदलाव की जानकारी भी दी।
स्कूल-आंगनबाड़ी-चिकित्सालय और पंचायत भवन में भी लगे नल
छात्रों को पेयजल के महत्व और उपलब्धता के साथ ही सोलर संचालित ओवर हैड टैंक भी दिखाया गया। उन्हें ग्राम पंचायत बर्मी मिश्रिख में बने अमृत वाटिका ले जाया गया, जहां नुक्कड़-नाटक के माध्यम से जल के जीवन में महत्व को बताया गया।
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