लखनऊ। सिटी मांटेसरी स्कूल, कानपुर रोड ऑडिटोरियम में चल रही तीन दिवसीय इसरो स्पेस प्रदर्शनी ‘विक्रम साराभाई स्पेस साइन्स प्रदर्शनी’ में चन्द्रयान की ऐतिहासिक उपलब्धियों से रूबरू होने का भारी उत्साह छात्रों, शिक्षकों व अभिभावकों में दिखाई दिया और सी.एम.एस. कानपुर रोड का समस्त परिसर बड़ी संख्या में उपस्थित बच्चों, अभिभावकों एवं दर्शकों से दिन भर खचाखच भरा रहा।
तीन-दिवसीय इसरो स्पेस प्रदर्शनी का दूसरा दिन
इस प्रदर्शनी के अवलोकन हेतु थाईलैण्ड समेत देश के विभिन्न प्रान्तों जैसे आसाम, हरियाणा, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल व अन्य राज्यों से हजारों की संख्या में छात्र व शिक्षक लखनऊ पधारे है।
इसके अलावा, भारी संख्या में लखनऊ व आसपास के विभिन्न विद्यालयों से पधारे छात्रों ने बड़ी उत्सुकता से चन्द्रयान की संपूर्ण कार्यप्रणाली व राकेट लांचिंग का प्रदर्शन देखा, साथ ही विज्ञान की आधुनिकतम तकनीकों व अविष्कारों से रूबरू हुए। इस अवसर पर छात्रों ने वरिष्ठ वैज्ञानिकों के वार्तालाप कर अपनी जिज्ञासाओं का समाधान भी प्राप्त किया।
आज हजारों छात्रों, शिक्षकों व अभिभावकों ने स्पेस साइन्स एवं टेक्नोलॉजी के विविध आयामों को नजदीक से देखा, जिसमें रिमोट सेन्सिंग एवं कम्यूनिकेशन सेटेलाइट, नेविगेशन, चन्द्रयान, मार्स आर्बिटर मिशन, सेटेलाइट इमेजेज एण्ड एप्लीकेशन्स, माडल्स ऑफ कैमरा ऑफ मार्श मिशन, माडल ऑफ लांच व्हिकल (पीएसएलवी एवं जीएसएलवी) एवं विभिन्न प्रकार के सेटेलाइट्स माडल्स का प्रदर्शन शामिल है।
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आसाम से पधारे प्रग्वानंद इंटरनेशनल स्कूल के प्रधानाचार्य डा. पार्थ प्रदीप अधिकारी ने कहा कि यह प्रदर्शनी हमारे बच्चों को स्वतः ही प्रेरित कर रही है। लखनऊ के विभिन्न विद्यालयों के छात्रों ने आज इस स्पेस प्रदर्शनी से प्रेरणा ग्रहण की,
जिनमें केन्द्रीय विद्यालय, सेंट जोसेफ़ कालेज, दिल्ली पब्लिक स्कूल, ला मार्टिनियर गर्ल्स कालेज, सेठ एम. आर. जयपुरिया स्कूल, गुरुकुल एकेडमी, सेंट टेरेसा कालेज, आर्र्मीीपब्लिक स्कूल, लखनऊ माडल पब्लिक स्कूल, सेंट एग्नेस लोरेटो डे स्कूल, लखनऊ पब्लिक कालेज एवं मोंटफोर्ट लंटर कालेज आदि प्रमुख हैं।