दुनिया को विदा कह गए हॉकी के मूर्तिकार पंडित राम अवतार मिश्रा

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फाइल फोटो : साभार सोशल मीडिया
फाइल फोटो : साभार सोशल मीडिया

लखनऊ। राजधानी लखनऊ में गुरुवार काे खेल के मैदान, खिलाड़ी व खेल प्रेमी तब दु:ख में डूब गए जब उन्हें पता चला कि हॉकी के मूर्तिकार पंडित अवतार मिश्रा का लखनऊ मेडिकल कालेज में निधन हो गया। दरअसल कल देर रात हाकी के मूर्तिकार पंडित अवतार मिश्रा का लखनऊ मेडिकल कालेज में निधन हो गया था।

हॉकी खिलाड़ियों ने उन्हें दी थी यूपी के द्रोणाचार्य की उपाधि

हालांकि शोक की खबर देर रात सोशल मीडिया पर चलने लगी थी मगर जब लोग सुबह उठे और फोन उठाया तो सभी शोक में डूब गये। पंडित रात अवतार मिश्रा के निधन पर लखनऊ सहित पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गयी। पंडित राम अवतार मिश्रा ने कई हॉकी ओलंपियन सहित दर्जनों अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी भी शामिल रहे।

पंडित जी का हॉकी के लिए जुनून ही था कि यूपी पुलिस की नौकरी छोड़कर हॉकी खिलाड़ियों को तराशने का काम शुरू कर दिया। हालांकि हॉकी के लिए तपस्या करने वाले या कहा जा सकते है कि अपना जीवन समर्पित करने वाले को उनकी उपलब्धि के लिए कोई सम्मानत तक नहीं मिला।

दूसरी ओर हॉकी के दीवाने उन्हें उत्तर प्रदेश का द्रोणाचार्य कहते थे। राम अवतार मिश्रा 80 साल से अधिक उम्र तक हॉकी को बढ़ावा देने में लगाते रहे। हालालंकि उनके अंतिम सफर लेकर निकल जाने के बाद भी उनकी यादे खेल जगत में स्वार्णक्षरों में दर्ज रहेंगी।

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हंसमुख, कड़क मिजाज और हमदर्द राम अवतार मिश्रा ने 40 साल की उम्र में पुलिस की नौकरी छोड़कर गुरु गोविंद सिंह स्पोर्ट्स कालेज में हाकी कोच की जिम्मेदारी संभाली। इस दौरान उन्होंने जगबीर सिंह और महेन्द्र पाल सिंह के अलावा कई ओलम्पियन तैयार किये जिन्होंने देश की टीम में लम्बे समय तक जगह बनाये रखी।

इसके अलावा रजनीश मिश्रा, आरपी सिंह, विजय कुमार सहित दर्जनों अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी तैयार किए। उनके तैयार किए कई खिलाड़ी आज बड़े स्तर पर सरकारी सेंवाएं दे रहें हैं।

उनके निधन के बाद हॉकी ओलंपियन यद अली और सुजीत कुमार ने कहा कि पंडित राम अवतार मिश्रा द्रोणाचार्य अवार्ड के असल हकदार थे मगर उन्हें कोई अवार्ड  नहीं दिया गया। उनके देहांत पर पूरे देश के हॉकी खिलाड़ियों में शोक की लहर रही। कई दिग्गज खिलाडिय़ों ने पंडित राम अवतार मिश्रा को द्रोणाचार्य की उपाधि देते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

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