फतेहपुर। फतेहपुर के स्कूली बच्चों को जल ज्ञान यात्रा की जरिए शुक्रवार को जल के महत्व और जीवन में उपयोगिता की शिक्षा दी गई। नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की ओर से “जल ज्ञान यात्रा” निकाल कर विद्यार्थियों को स्वच्छ जल और पानी के संरक्षण के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
विद्यार्थियों को पानी की गुणवत्ता की जांच दिखाने के साथ पेयजल परियोजनाओं का कराया गया भ्रमण
मुख्य विकास अधिकारी प्रमोद सिंह चंदौल व जल निगम (ग्रामीण) के अधिशासी अभियंता सौमित्र श्रीवास्तव ने हरी झंडी दिखाकर यात्रा को रवाना किया। इस यात्रा में जनपद के अलग अलग स्कूलों से 110 छात्र—छात्राएं व 20 अध्यापकों ने हिस्सा लिया।
इस दौरान बच्चे सबसे पहले खंड कार्यालय जल निगम (ग्रामीण) फतेहपुर लैब पहुंचे, जहां वे जल जांच परीक्षण करने की विधि को करीब से जाना और समझा। जल की गुणवत्ता कैसे जांची जाती है यह सब देखने के बाद बच्चों ने विशेषज्ञों से सवाल भी किए।
वहीं विशेषज्ञों की तरफ से तर्क संगत जवाब देकर बच्चों की जिज्ञासाओं को शांत किया गया। स्कूली बच्चों के लिए यह पहला अनुभव था जब वो पानी की जांच का परीक्षण देखने पहुंचे थे। उनके मन में कई सवाल भी थे जो उन्होंने पूछे और जल निगम अधिकारियों ने उनको उचित उत्तर भी दिये।
छात्रों को जल जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से जल की जीवन में उपयोगिता बताई गई
जल निगम के प्रयोगशाला में बच्चों को पेयजल स्रोतों और पानी की गुणवत्ता जांच के बारे में जानकारी देते हुए दूषित पेयजल से होने वाली गंभीर बीमारियों के बारे में बताया गया। इसके पश्चात छात्रों को विकास खंड भिटौरा के बड़गांव पेयजल योजना पर ले जाया गया।
यहां पंप हाउस किस तरह कार्य करते हैं और प्रत्येक ग्रामीण परिवारों तक पानी की सप्लाई कैसे की जाती है, इसकी जानकारी दी गई।
इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए बच्चों को जल संरक्षण और पानी की उपयोगिता के प्रति जागरूक किया गया। यात्रा के अंत में तय कार्यक्रम के तहत छात्रों को ऐतिहासिक स्थल ओमघाट का भ्रमण कराया गया। यहां छात्राओं की तरफ से शारीरिक कौशल का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया गया।
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