लखनऊ। शिया पीजी कालेज, लखनऊ में मंगलवार से शुरू हुए दो दिवसीय ‘एक्सप्रेशन यूथ फेस्ट-2024’ की इस वर्ष की थीम ‘तहज़ीब-ए-अवध’ है। इस यूथ फेस्ट के मौके पर सम्पूर्ण महाविद्यालय परिसर को छात्र/छात्राओं द्वारा तरह-तरह की हस्तनिर्मित कलाकृतियों और रंग-बिरंगी झालरों से सजाया गया है।
वहीं छात्र/छात्राओं द्वारा यूथ फेस्ट देखने आये हुये अतिथियों के लिए रूमी दरवाजे की तर्ज पर सेल्फी प्वाइंट बनाया गया है, और शहर के जायकों से रूबरू कराते हुये विभिन्न स्टाॅल अतिथियों और बच्चों को अपनी खीच रहे थे।
कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुये महाविद्यालय प्रबन्धक सै.अब्बास मुर्तज़ा शम्सी ने कहा कि प्रत्येक वर्ष आयोजित होने वाला यूथ फेस्ट छात्र/छात्राओं में छिपी हुयी प्रतिभा को बाहर निकालने का काम करता है। अवध की तहज़ीब पूरी दुनिया में अपनी अलग पहचान रखती है। इस तहजीब को दुनिया से रूबरू कराने का काम हमारे कालेज बच्चे कर रहें हैं।
महाविद्यालय प्रबन्ध-समिति के अध्यक्ष प्रो.अज़ीज़ हैदर ने छात्र/छात्राओं को अच्छा प्रदर्शन करने हेतु प्रेरित किया और उनको अपनी शुभकामनायें दी। कल्चरल कमेटी की समन्वयक प्रो.जर्रीन जे़हरा रिज़वी ने बताया कि एक्सप्रेशन यूथ फेस्ट-2024 में लखनऊ विश्वविद्यालय समेत 20 संस्थानों के लगभग 200 से अधिक प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया है।
कार्यक्रम में आज फोटोग्राफी, फेस पेन्टिंग, म्यूरल आर्ट, डिबेट, त्वरित सम्भाषण, फिल्म रिव्यू, मोनो एक्ट, कविता लेखन, स्लोगन राइटिंग, कैलीग्राफी, रंगोली, कोलाॅज मेकिंग, एसयूपीडब्ल्यू प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं उन्होंने बताया कि कल दस्तकारी, गजल, मेंहदी, कविता लेखन, प्रोटरेट, बैतबाजी,
पोस्टर मेंकिंग, सेल्फी कान्टेस्ट, लिबासे-ए-अवध, कार्ड मेकिंग और नुक्कड़ नाटक की प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। वहीं शाम को किंग नसीरूद्दीन हैदर स्टेडियम में दास्तानगो हिमांशू बाजपेयी ने ‘लखनऊवा किस्से’ सुनाकर हमेशा के लिए यादगार बना दिया।
शाम को विशेष कार्यक्रम की शुरूआत महाविद्यालय के छात्रों द्वारा प्रस्तुत सुगम और सूफियाना संगीत से हुयी जिसे वहाँ उपस्थित लोगों ने खूब सराहा। कार्यक्रम प्रस्तुत करने वालों में सौरभ गांगुली, नंदिनी चौरसिया, नीरज शर्मा, हुजैफा और आर्यन शामिल रहे।
अपने महाविद्यालय में किस्सागोई करना मेरे लिए गर्व की बात : हिमांशू बाजपेयी
दास्तानगोई से पहले शिया कालेज मजलिस-ए-उलेमा के सेक्रेटरी मौलाना यासूब अब्बास ने हिमांशू बाजपेई को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने अपने किस्सो में लखनऊ की गंगा-जमुनी तहज़ीब और नवाबियत के दौर के किस्से सुनाये।
उन्होंने श्रोताओं को नवाबी दौर के रहन-सहन और लखनऊ में होने वाले खास पर्व व त्यौहारों को कैसे सौहार्दपूर्ण तरीके से मनाया जाता रहा है, के बारे में बताया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के अध्यापकों व लखनऊ शहर के तमाम प्रतिष्ठित लोग एवं भारी संख्या में छात्र/छात्रायें उपस्थित रहे।
पहली बार अपने ही महाविद्यालय में दास्तानगोई करने पर उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए बहुत भावुक क्षण है क्योंकि जिन गुरूज़नो से मैने आगे बढ़ना सीखा है आज उन्हीं के सम्मुख मुझे किस्सागोई करने का अवसर प्राप्त हुआ है।
शिया महाविद्यालय द्वारा मुझे इस यूथ फेस्ट के मौके पर दास्तानगोई हेतु आमंत्रित किया जाना मेरे लिए बहुत गर्व की बात है और उससे भी बड़ी गर्व की बात यह है कि मैं इस शिया महाविद्यालय का विद्यार्थी रहा हूँ। उन्होंने यह भी कहा कि शिया कालेज ही मेरी पहचान है।
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इस मौके पर शिया पीजी कालेज प्रबन्ध समिति के सदस्य सै.अब्बास मुर्तजा शम्सी, प्रबन्ध समिति के सदस्य मोज़िज़ रिज़वी, शकील उतरौलवी, अमीर अली रज़ा, अज़हर रिज़वी, कमर हुसैन, बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज के सदस्य डाॅ. सरवत तकी, अनवर हुसैन रिज़वी, शिया पीजी कालेज आईक्यूएसी निदेशक डाॅ.एमएम अबु तैय्यब,
वित्त एवं सम्पत्ति अधिकारी डाॅ.एमएम एज़ाज़ अब्बास, प्रो.बीबी श्रीवास्तव, निदेशक एससीडीआरसी, डाॅ.प्रदीप शर्मा, चीफ प्राक्टर प्रो.सै.मेहदी अब्बास जै़दी, प्रो.सादिक अब्बास, डाॅ.फ़रहा एम रिज़वी, डाॅ.सीमा राना, डाॅ.राॅबिन वर्मा, डाॅ.अनिल कुमार सोनी, डाॅ.अम्बर हसन, डाॅ.फैज़ मुज़तबा, डाॅ.मसूद अब्दुल्लाह, डाॅ.नगीना बानो, डाॅ.अरमान तकवी,
डाॅ.आलोक यादव, डाॅ.मधूलिका चौधरी, डाॅ.कमलजीतमणी मिश्रा, डाॅ.सफिया फातिमा, डाॅ.कसीम हैदर नकवी, डाॅ. हुज्जत रज़ा, डाॅ.तजीम, डाॅ.वहीद आलम, डाॅ.मारिया फातिमा, डाॅ.अली मेहदी, राजकुमार सैनी सहित शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के साथ-साथ कल्चरल कमेटी के वालिंटियर्स एवं भारी संख्या में छात्र/छात्राएं उपस्थित रहें।