लखनऊ। सिटी मांटेसरी स्कूल के संस्थापक स्व. डा. जगदीश गाँधी की स्मृति एवं अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में सीएमएस प्रबन्धन ने निर्णय लिया है कि 8 से 16 मार्च तक सीएमएस में एडमीशन लेने वाली बालिकाओं से प्रवेश शुल्क नहीं लिया जायेगा।
यह घोषणा आज सीएमएस संस्थापिका-निदेशिका डा. भारती गाँधी ने अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित एक विशेष समारोह में की।
सीएमएस प्रधान कार्यालय पर आयोजित इस विशेष समारोह में डा. भारती गाँधी ने सम्पूर्ण नारी जगत को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित की और कहा कि विश्व की आधी आबादी ‘नारी शक्ति’ ही विश्व समाज में रचनात्मक परिवर्तन लायेगी और महिला शक्ति के पुनीत प्रयासों से निश्चित रूप से एक दिन विश्व एकता का सपना साकार होगा।
इस अवसर पर सीएमएस प्रेसीडेन्ट एवं प्रबन्धक प्रो. गीता गाँधी किंगडन ने विभिन्न क्षेत्रों में स्त्री-पुरुष के समान अनुपात की आवश्यकता पर जोर दिया।
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इस अवसर पर विभिन्न धर्मो की शिक्षाओं पर प्रकाश डालते हुए वक्ताओं ने समाज में नारी शक्ति की महत्ता पर विशेष रूप से चर्चा करते हुए एक स्वर से कहा कि सामाजिक व्यवस्था में महिलाओं की सक्रिय भागादारी से ही समाज का रचनात्मक उत्थान संभव है।
वक्ताओं ने डा. भारती गाँधी को महिला सशक्तीकरण का जीता-जागता उदाहरण बताते हुए कहा कि डा. गाँधी का जीवन दर्शन वर्तमान पीढ़ी, खासकर बालिकाओं व महिलाओं के लिए अत्यन्त प्रेरक हैं।
सीएमएस के विभिन्न कैम्पस अवकाश के दिनों में भी छात्र-छात्राओं के प्रवेश हेतु खुले रहेंगे। शर्मा ने बताया कि महिला सशक्तीकरण की दिशा में सीएमएस दशकों से अग्रणी भूमिका निभा रहा है एवं बालिकाओं के शिक्षा शुल्क में यह छूट इन्हीं प्रयासों की एक कड़ी है।