यूपीएसआईएफएस में साइबर सिक्योरिटी सहित विविध विषयों पर दिए गए महत्वपूर्ण टिप्स

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लखनऊः उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंस, लखनऊ में आज साइबर सिक्योरिटी सहित विविध विषयों पर व्याख्यान सत्र पूर्ण हुआ।

व्याख्यान सत्र में पुलिस महानिदेशक रूल्स एवं मैनुअल आशीष गुप्ता, विशेष सचिव(गृह) एवं मिलिन्द राज ने अपने उत्कृष्ठ व्याख्यान से छात्रों को लाभान्वित किया। व्याख्यान सत्र का शुभारम्भ यूपीएसआईएफएस के निदेशक डॉ.जीके गोस्वामी ने अपने सम्बोधन से किया।

आईपीएस आशीष गुप्ता, विशेष सचिव (गृह) योगेश कुमार एवं ड्रोन एक्सपर्ट मिलिन्द राज ने दिये व्याख्यान

पुलिस महानिदेशक रूल्स एवं मैनुअल आशीष गुप्ता ने वर्तमान परिवेश में साइबर सिक्योरिटी के महत्व को बृहद रूप से छात्रो को बताया। उन्होनें कहा कि वर्तमान परिवेश में डिजिटल डाटा का प्रयोग विभिन्न प्रकार के साइबर क्राइम हेतु अपराधियों द्वारा किया जा रहा है।

जिसे रोकने के लिये साइबर सिक्योरिटी ही एक मात्र तरीका है, जिसके विभिन्न सुरक्षित आयामों को अपना कर अंकुश लगाया जा सकता है।

उन्होनें बताया कि इसे आईओटी (इण्टरनेट ऑफ थिंग्स) एण्डप्वाइंट सिक्योरिटी एवं क्लाउड सिक्योरिटी के माध्यम से डिजिटल प्लेटफॉर्म को सिक्योर किया जा सकता है ।

उन्होनें साइबर सिक्योरिटी से जुड़ें कई केस स्टडी भी छात्रो से साझा किया। व्याख्यान सत्र में विशेष सचिव (गृह) योगेश कुमार ने “सफलता के लिये भटकाव से कैसे बचे” विषय पर अपने वक्तव्य दिया। उन्होनें कहा कि जीवन का एक निश्चित उद्देश्य होना चाहिये, बिना उद्देश्य के जीवन निरर्थक है।

उद्देश्य की पूर्ति के लिये दिशा का होना भी आवश्यक है। उन्होने कहा कि परिणाम से ज्यादा महत्वपूर्ण उसकी प्रक्रिया एवं अनुशासन है। उन्होने बताया कि लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये धैर्य को बिना खोये पथ पर अग्रसर रहना होगा। योगेश कुमार ने अपने व्याख्यान से छात्रो पर एक अमिट छाप छोड़ी।

मिलिन्द राज, ड्रोन विशेषज्ञ ने अपने व्याख्यान में कहा कि वर्तमान युग ड्रोन फॉरेंसिक का नया युग है। उन्होंने वास्तिविक जीवन के उदाहरण देकर ड्रोन की उपयोगिता, उद्देश्य एवं विकास को बारे में छात्रों को जागरूक किया।

उन्होनें हाल ही में राम लला के प्राण प्रतिष्ठा के दौरान अयोध्या में सुरक्षा उपकरणों से युक्त ड्रोन के उपयोगिता का उदाहरण देकर छात्रो को सरल तरीके से ड्रोन के महत्व को बताया।

उन्होनें बताया कि फॉरेंसिक साइंस को ध्यान में रखते हुए कैसे ड्रोन के उपयोग से अपराध स्थल पर साक्ष्य खोज एवं बचाव कार्य किया जा सकता है। उन्होने छात्रों को विभिन्न प्रकार के ड्रोन के सम्बन्ध में प्रत्यक्ष रूप से प्रशिक्षित भी किया।

डॉ. गोस्वामी ने यूपीएसआईएफएस व्याख्यान सत्र में कहा कि छात्रों को हमेशा अपने गुरू जनों का सम्मान करना चाहिये। कोई भी व्यक्ति बिना समाजिक ज्ञान के सफलता को प्राप्त नहीं कर सकता है आगामी आने वाले लॉ कोर्सेस पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बिना लॉ की जानकारी के फॉरेंसिक साइंस का ज्ञान अधूरा है।

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फॉरेंसिक साइंस के ज्ञान को अर्जन करने के लिये लॉ की जानकारी को भी अर्जित करना होगा ताकि इस संस्थान के मुख्य उद्देश्य को प्राप्त किया जा सके। यहाँ से शिक्षित छात्रो को देश के साथ विदेशों में भी काम करने का भरपूर अवसर प्राप्त होगा।

व्याख्यान के उपरान्त निदेशक डॉ.जीके गोस्वामी ने पुलिस महानिदेशक रूल्स एवं मैनुअल आशीष गुप्ता में विशेष सचिव (गृह) योगेश कुमार एवं मिलिन्द राज को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

इस अवसर पर अपर निदेशक राजीव मल्होत्रा, पुलिस अधीक्षक डॉ.सतीश कुमार एवं उपनिदेशक चिरंजीव मुखर्जी, प्रशासनिक अधिकारी अतुल कुमार यादव सहित संस्थान के शिक्षकगण भी मौजूद रहे। व्याख्यान का संचालन छात्र छात्राओं द्वारा किया गया।

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