लखनऊ। महर्षि श्री लक्ष्मण दास उदासीन आश्रम बड़ी संगत के महन्त बजरंगमुनि उदासीन को उनके खैराबाद स्थित आश्रम में नजरबंद कर आज यहां प्रेस क्लब में उन्हें पत्रकार वार्ता में नहीं पहुंचने दिया।
हालांकि इस मौके पर उनकी संगत के सेवकों गौरव वर्मा और मोहित मिश्रा ने जिम्मेदारी उठाते हुये पत्रकारों को सम्बोधित करते हुये कहा कि लैण्ड और लव जिहाद का केन्द्र बनता जा रहा सीतापुर के खैराबाद की सरकार जमीनों से मुस्लिमों के अवैध कब्जे से मुक्त कराने और महन्त बजरंगमुनि की स्थायी श्रेणीबद्ध सुरक्षा को लेकर कोई काररवाई नहीं की गयी।
संगत सेवकों ने उठायी जिम्मेदारी, महन्त को सुरक्षा उपलब्ध करानें की मांग
तो संगत सेवक और खैराबाद के निवासी राजधानी में एकजुट होकर वृहद स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे। श्री मौके पर गौरव वर्मा ने बताया कि आज की पत्रकार वार्ता में महन्त बजरंगमुनि स्वयं अपनी बात को रखने के लिये यहां पहुंचने वाले थे लेकिन कल बीती शाम स्थानीय जिला प्रशासन सुरक्षा कारणों का हवाला देते उन्हें नजरबंद कर दिया, जो प्रशासन की सोची समझी साजिश का हिस्सा है।
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हालांकि महन्त की ओर से सेवक गौरव वर्मा ने पत्रकारों को सम्बोधित करते हुये बताया कि अस्सी बनाम बीस की धार्मिक आबादी के बीच रह रहे महन्त बजरंगमुनि पर अब तक नौ बार जानलेवा हमला हो चुका है और एक कथित वीडियो के आधार पर उन्हें गिरफ्तार कर उन्हें दस दिनों तक जेल में रहना पड़ा।
जेल के दौरान उनके समर्थकों द्वारा रिहाई की मांग को लेकर किये प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज करवाने वाले सीओ पीयूष सिंह पर अब तक कोई काररवाई नहीं की गयी है। इस मौके पर उन्होंने बताया कि कुछ अधिकारियों के लापरवाही के कारण उनकी श्रेणीबद्ध या केन्द्रीय सुरक्षा उपलब्ध नहीं करायी जा सकी है।
जबकि मुस्लिम बाहुल क्षेत्र में महन्त बजरंगमुनि और उनके सेवकों की जान का खतरा बना हुआ है। इस मौके पर सेवक मोहित मिश्रा ने बताया कि खैराबाद की ज्यादातर सरकारी जमीनों पर मुस्लिम समुदायों का खुला कब्जा जमा रखा है, लेकिन स्थानीय प्रषासन के अधिकारियों की ढुलमुल रवैये के कारण कोई काररवाई नहीं हो पा रही है।
ऐसे में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की जाती है कि इस मामले को संज्ञान लेकर उचित काररवाई के लिये कदम उठाये। इस मौके पर भारतीय जन-जन पार्टी के संयोजक मनीष महाजन, हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी, रोहित रावत, रोहित सिंह, सूरज निषाद आदि कई लोग मौजूद थे।