बायोमेडिकल-विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी हमारे जीवन की जटिलता के लिए महत्वपूर्ण

0
190

लखनऊ : सीएसआईआर-केंद्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस 2024 को मनाने के साथ एक अनुवादात्मक अनुसंधान व्याख्यान श्रृंखला के अंतर्गत एक व्याख्यान का भी आयोजन किया गया।

ट्रांसलेशनल हेल्थ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट (टीएचएसटीआई), फरीदाबाद की प्रतिष्ठित प्रोफेसर एवं चिकित्सा वैज्ञानिक, डॉ. शिन्जिनी भटनागर, प्रमुख अतिथि के रूप मे उपस्थिति हुई। इस अवसर पर सीडीआरआई संस्थान के वैज्ञानिक, अनुसंधान विद्यार्थी, विभिन्न प्रौद्योगिकी के आविष्कारकों को भी सम्मानित किया गया।

सीडीआरआई में ट्रांसलेशनल रिसर्च लेक्चर सीरीज़ के व्याख्यान के साथ मना राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस 

कार्यक्रम मे उपस्थित प्रमुख अतिथि, संस्थान के वैज्ञानिक एवं छात्रो का स्वागत करते हुए सीडीआरआई की निदेशक, डॉ राधा रंगराजन ने ट्रांसलेशनल रिसर्च लेक्चर सिरीज़ में क्लीनिशियन्स एवं रिसर्चर्स के परस्पर विचारों के

आदान प्रदान के माध्यम से अनुसंधान एवं विकास हेतु साथ आने के बारे में चर्चा करने के साथ ही राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस पर अपने विचार साझा किए।

प्रमुख अतिथि का परिचय देते हुए डॉ मोनिका सचदेवा ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के बारे में भी बताया। मुख्य अतिथि, डॉ. शिंजिनी भटनागर ने “साक्ष्यों के माध्यम से नैदानिक अभ्यास एवं नीतिगत अनुसंधान हेतु

प्राथमिकताओं की शीघ्र पहचान” विषय पर एक महत्वपूर्ण व्याख्यान दिया, जिसमें अनुसंधान निष्कर्षों को कार्रवाई योग्य नैदानिक प्रथाओं और नीतियों में तब्दील (अनुवाद) करने के महत्व पर बल दिया।

उन्होंने कहा कि बायोमेडिकल-विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी हमारे जीवन की जटिलता को सुलझाने के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने भारत में ऑरल रीहाइड्रेशन सॉल्यूशन (ORS) मे ग्लूकोज की मात्रा मे हुए सुधार के बारे में अपने शोध अनुभव साझा किए। अपने भाषण में उन्होंने मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित किया, जो स्वस्थ समाज का महत्वपूर्ण मानक है।

डीबीटी इंडिया की पहल गर्भिनी (GARBH-Ini) (इंटरडिसिप्लिनरी ग्रुप फॉर एडवांस रिसर्च ऑन बर्थ आउटकम) के बारे में जानकारी दी गई, जो सेकेंडरी केयर अस्पताल के माध्यम से गर्भवती महिलाओं का मेडिकल डेटा एकत्र करता है एवं बीमारी का शीघ्र पता लगाने में मदद करता है।

डॉ. भटनागर के गहन व्याख्यान ने स्वास्थ्य देखभाल परिदृश्य को आकार देने में अनुसंधान प्राथमिकताओं की प्रारंभिक महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उनकी विशेषज्ञता और अमूल्य अंतर्दृष्टि ने दर्शकों को प्रेरित और प्रबुद्ध किया।

इस कार्यक्रम में वर्ष 2023-2024 के लिए संस्थान की वार्षिक रिपोर्ट भी जारी की गई, जिसमें औषधि अनुसंधान एवं विकास के क्षेत्र में विगत वर्ष में की गई उल्लेखनीय प्रगति को दर्शाया गया है।

इसके अलावा, डॉ. राधा रंगराजन ने उन अन्वेषकों को सम्मानित किया एवं बधाई दी जिन्होंने फार्मास्युटिकल क्षेत्र में नवाचार और उन्नति के लिए सीडीआरआई की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए नई प्रौद्योगिकियों का आविष्कार किया एवं अभूतपूर्व पेटेंट विकसित किए।

समापन में, कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ. मनोज कुमार बर्थवाल ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस समारोह के सफलतापूर्वक आयोजन हेतु बहुमूल्य योगदान एवं सक्रिय भागीदारी के लिए सभी प्रतिभागियों, वक्ताओं और उपस्थित लोगों को धन्यवाद दिया।

सीएसआईआर-सीडीआरआई में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस समारोह वैज्ञानिक ज्ञान को आगे बढ़ाने और समाज की भलाई के लिए सहयोग को बढ़ावा देने के लिए संस्थान के अटूट समर्पण के प्रमाण के रूप में कार्य करता है।

ये भी पढ़ें : पेटेंट आवेदनों की जटिलताओं से निपटने के लिए मिली बहुमूल्य सीख

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here