ग्लास हाउस स्टडी के सकारात्मक परिणाम, फसलों की उत्पादकता कई गुना बढ़ी 

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लखनऊ। सीएसआईआर-केन्द्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान (सीमैप) ने  मंगलवार को अपने लखनऊ परिसर में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस 2022 मनाया।

मुख्य अतिथि डॉ.पीके सिंह (वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक, सीएसआईआर-राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान (एनबीआरआई), लखनऊ) ने “ए जीएम कॉटन देट टेक्स केयर ऑफ ए वेक्टर रिस्पॉन्सिबल फॉर स्प्रेडिंग वायरल डिज़ीज़ेस इन क्रॉप्स” विषय पर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस व्याख्यान दिया।

सीमैप ने मनाया राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस

उन्होंने बताया कि सीएसआईआर-एनबीआरआई ने आनुवंशिक रूप से संशोधित कपास किस्म के कार्यों को व्हाइटफ्लाई और संबंधित वायरस के लिए जाल-सह-मौत सिंक के रूप में विकसित किया है जिससे अन्य फसलों की रक्षा हो रही है। उन्होंने बताया कि ग्लास हाउस अध्ययन के सकारात्मक परिणाम मिले हैं और उनकी उत्पादकता कई गुना बढ़ी है।

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एनबीआरआई के जीएम कपास में विभिन्न प्रकार की सब्जियों और बागवानी फसलों को बहुत कम कीमत पर वायरल रोगों से बचाव प्रदान करने की क्षमता है।

इससे पहले डॉ.प्रबोध कुमार त्रिवेदी (निदेशक, सीएसआईआर-सीमैप) द्वारा मुख्य अतिथि का स्वागत किया गया। साथ ही साथ उन्होने उपस्थित श्रोताओं को तकनीकी विकास के क्षेत्र में संस्थान की प्रगति से अवगत कराया। इस अवसर पर ‘स्वच्छता पखवाड़ा-2022’ का समापन समारोह भी आयोजित किया गया।

सीमैप में दो सप्ताह से अधिक समय से चल रहे स्वच्छता पखवाड़ा समारोह के दौरान शपथ समारोह, कार्यालय परिसर एवं सीमैप कॉलोनी में सफाई अभियान, वृक्षारोपण अभियान तथा पुराने एवं अनुपयोगी उपकरणों के निपटान जैसी विभिन्न गतिविधियों को अंजाम दिया गया। निदेशक डॉ.प्रबोध कुमार त्रिवेदी ने संस्थान की सफाई के लिए जिम्मेदार कर्मचारियों को सम्मानित किया। कार्यक्रम का समापन डॉ.संजय कुमार (वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक, सीमैप) ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

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