क्रांतिकारी बदलाव: अपोलो हॉस्पिटल्स में द विंची-एक्सआई रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम’ से होगी सर्जरी

0
149

लखनऊ : अपोलो हॉस्पिटल्स लखनऊ ने मेडिकल टेक्नोलॉजी में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करने की घोषणा की है। हॉस्पिटल ने देश के सबसे एडवांस्ड रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम फिफ्थ जनरेशन द विंची-एक्सआई’ सर्जरी की सुविधा उपलब्ध कराई है।

अपोलो हॉस्पिटल्स की इस उपलब्धि के साथ, उत्तर प्रदेश में सर्जरी के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत हुई है। अपोलो हॉस्पिटल्स एनसीआर को छोड़कर पूरे उत्तर प्रदेश में द विंची-एक्सआई रोबोटिक सर्जरी’ शुरू करने वाला पहला निजी अस्पताल है।

यूपी (एनसीआर को छोड़कर) में  द विंची-एक्सआई रोबोटिक सर्जरी शुरू करने वाला पहला प्राइवेट हॉस्पिटल

लॉन्च इवेंट में मीडिया को संबोधित करते हुए, अपोलो हॉस्पिटल्स लखनऊ के एमडी व सीईओ, डॉ. मयंक सोमानी ने हॉस्पिटल द्वारा द विंची-एक्सआई सिस्टम सर्जरी शुरू किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की।

उन्होंने कहा, “दा विंची सर्जिकल सिस्टम ने लगभग तीन दशकों से रोबोटिक-असिस्टेड सर्जरी में अग्रणी भूमिका निभाई है और दुनिया भर में 1.4 करोड़ से अधिक सफल सर्जरी की हैं। हम इस क्रांतिकारी तकनीक को उत्तर प्रदेश में लाकर बहुत उत्साहित हैं, इससे जटिल सर्जरी को अधिक सटीकता और कम चीरों के साथ करने की हमारी क्षमता बढ़ेगी।”

द विंची-एक्सआई सर्जिकल सिस्टम से सर्जरी की शुरुआत से उत्तर प्रदेश में सर्जरी के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आएगा। यह नया रोबोटिक सिस्टम न केवल सर्जरी की गुणवत्ता को बढ़ाएगा, बल्कि इससे चिकित्सा पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा जिससे प्रदेश के आर्थिक विकास को भी गति मिलेगी।

पीडियाट्रिक सर्जरी के लिए सर्वोत्तम है द विंची एक्स आई

डॉ. सोमानी ने कहा, “आज के मरीज सबसे उन्नत इलाज चाहते हैं और द विंची-एक्सआई सिस्टम हमें बिना बड़े चीरों के सर्जरी करने की सुविधा देता है, जिससे मरीज जल्दी ठीक होते हैं, शरीर पर सर्जरी के दाग कम पड़ते हैं और परिणाम भी बेहतर मिलते हैं।”

द विंची-एक्सआई सिस्टम से रोबोटिक सर्जरी की सुविधा की शुरुआत कर अपोलो हॉस्पिटल्स लखनऊ ने विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाया है।

अपोलो हॉस्पिटल ने एक वर्ष के अंदर 100 से अधिक मरीजों के घुटनों की सफल रोबोटिक सर्जरी की है और अब अपनी रोबोटिक सर्जरी सेवाओं का विस्तार कर रहा है। इस विस्तार में ऑन्कोलॉजी, यूरोलॉजी, कार्डियक सर्जरी, बैरियाट्रिक सर्जरी, गाइनेकोलॉजिकल सर्जरी, सामान्य सर्जरी, थोरासिक सर्जरी और पीडियाट्रिक सर्जरी जैसी विशेषताएं शामिल होंगी।

डॉ. सोमानी ने बताया, “द विंची-एक्सआई सिस्टम उत्तर प्रदेश में आने से कई फायदे होंगे। यह कुशल डॉक्टरों और मेडिकल प्रोफेशनल्स को यहां आकर्षित करेगा। इससे उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और नई तकनीकों का इस्तेमाल होगा।

ये भी पढ़ें : अपोलोमेडिक्स हॉस्पिटल : महिला स्वास्थ्य के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा

अपोलो हॉस्पिटल्स द्वारा यह रणनीतिक निवेश उत्तर प्रदेश को एडवांस्ड मेडिकल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल पड़ोसी राज्यों बल्कि नेपाल जैसे पड़ोसी देशों से मरीज यहां इलाज कराने आएंगे। इससे उत्तर प्रदेश में मेडिकल टूरिज्म बढ़ावा मिलेगा।

राज्य के मेडिकल सेक्टर को मजबूती मिलन के साथ स्वास्थ्य सेवा और संबंधित उद्योगों में रोजगार के अनेक अवसर पैदा होंगे, जिससे राज्य की समग्र अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। इससे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा 2027 तक उत्तर प्रदेश को $1 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य को पूरा करने में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा।”

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here