यूनिटी कॉलेज ने जोशो-खरोश से मनाया 78वां स्वतंत्रता दिवस

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देशभक्ति के जोश में डूबा यूनिटी कॉलेज 78वें स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाने के लिए मुख्य मैदान पर इकट्ठा हुआ। कॉलेज अपनी सहयोगी शाखाओं- यूनिटी कॉलेज, यूनिटी कॉलेज प्प् शिफ्ट, यूनिटी टेक्निकल ट्रेनिंग सेंटर और यूनिटी वेद एनिमेशन कॉलेज के साथ मिलकर स्वतंत्रता, संप्रभुता और समृद्धि के राष्ट्रव्यापी उत्सव में शामिल हुआ।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि एरा मेडिकल कॉलेज के नियोनेटोलॉजिस्ट और कॉलेज के पूर्व छात्र और पूर्व हेड बॉय डॉ. मोहम्मद कैम रिजवी थे।

कॉलेज सचिव नजमुल हसन रिजवी ने कॉलेज बिरादरी के संयुक्त सचिव डॉ एम तल्हा, प्राचार्य दीपक मैथ्यूज, उप प्राचार्य सचिंद्र भारती, प्रधानाध्यापिका कायनात मंसूर, द्वितीय शिफ्ट की प्राचार्य शबाना अहमद,

तकनीकी केंद्र के प्राचार्य एस.आर. खान, यूनिटी वेदा के निदेशक एस कल्बे मेहदी और यूनिटी शिक्षा कार्यक्रम की अकादमिक सलाहकार तहसीन जैदी के साथ तिरंगा फहराया।

डॉ कायम रिजवी ने छात्रों को असफलता से कभी न डरने के लिए प्रोत्साहित किया, क्योंकि यह अक्सर भविष्य के प्रयासों में सफलता की प्रेरणा देती है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वह अपने पद से ज्यादा जीवन बचाने और समाज की सेवा करने की अपनी क्षमता को महत्व देते हैं।

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नजमुल हसन रिजवी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि स्वतंत्रता दिवस महज एक उत्सव नहीं है, बल्कि गरीबी, अज्ञानता और भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रहे संघर्ष के लिए खुद को तैयार करने का समय एक अच्छा इंसान होना – सच्चा, ईमानदार और नेक – भी उतना ही महत्वपूर्ण है।

यूनिटी कॉलेज और द्वितीय पाली के विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की एक रमणीय श्रृंखला प्रस्तुत की गई। समारोह की शुरुआत यूएन, मोंटेसरी सेक्शन, द्वितीय पाली के अर्श हुसैन के उल्लेखनीय भाषण से हुई, जिसके बाद ’देश भक्त चंद्रशेखर’ नामक संस्कृत नाटक का मंचन किया गया।

इस मनमोहक प्रदर्शन ने 16 वर्षीय चंद्रशेखर आज़ाद की देशभक्ति की भावना और बहादुरी को उजागर किया, जिन्होंने असहयोग आंदोलन के बाद कठोर दंड सहा।

बारहवीं बी की आबिदा नकवी और मोहम्मद औन ने अंग्रेजी और हिंदी में प्रेरक भाषण दिए, जिसमें स्वतंत्रता के महत्व और देश की प्रगति में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया गया। उनके शब्दों ने युवा मन में जिम्मेदारी की भावना जगाई।

अंत में, अंग्रेजी नाटक में स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किए गए बलिदानों के प्रति युवाओं के उभरते दृष्टिकोण को दर्शाया गया तथा उनके अमूल्य योगदान के महत्व को पुनः स्थापित करने की आवश्यकता पर बल दिया गया।

भारतीय गौरव दिवस का समापन प्रिंसिपल दीपक मैथ्यूज द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसके बाद मिठाई बांटी गई, जो स्वतंत्रता की मिठास तथा समर्पित भारतीयों की एकता का प्रतीक है।

इस अवसर पर वन महोत्सव का आयोजन हुआ जो कि पर्यावरण के महत्व को प्रदशिर्त करता है। इस कार्यक्रम में गणमान्य व्यक्तियों ने परिसर में पौधे रोप कर हरियाली और स्वच्छ भारत में अपना योगदान दिया।

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