पटियाला: एशियाई चैंपियनशिप में पांच बार पदक जीत चुके शिवा थापा और अमित पंघल ने छह अन्य मुक्केबाजों के साथ 2022 राष्ट्रमंडल खेलों के लिए भारतीय पुरुष मुक्केबाजी टीम में जगह पक्की की। इन आठ मुक्केबाजों ने गुरुवार को पटियाला स्थित नेताजी सुभाष राष्ट्रीय खेल संस्थान में आयोजित ट्रायल के फाइनल में जीत से स्थान पक्का किया।
अगले सप्ताह होंगे महिला मुक्केबाजी टीम के ट्रायल
अनुभवी मुक्केबाज थापा ने 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीत चुके मनीष कौशिक को 5-0 से हराकर 63 किग्रा भार वर्ग से लिए स्थान सुरक्षित किया। वहीं 2019 में हुई विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता रहे पंघल ने 51 किग्रा भार वर्ग में सर्विसेज के मुक्केबाज दीपक को 4-1 से हराया।
अमित और शिवा थापा के अलावा ट्रायल के अंतिम दिन बर्मिंघम में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों के लिए भारतीय टीम में में अपनी जगह पक्की करने वाले अन्य छह मुक्केबाजों में 2018 राष्ट्रमंडल खेलों के कांस्य पदक विजेता मोहम्मद हुसामुद्दीन (57 किग्रा), रोहित टोकस (67 किग्रा), राष्ट्रीय चैंपियन सुमित (75 किग्रा) ), आशीष कुमार (80 किग्रा), संजीत (92 किग्रा) और सागर (+92 किग्रा) शामिल हैं।
बर्मिंघम में 28 जुलाई से 8 अगस्त तक होने वाले राष्ट्रमंडल खेल-2022 में जगह बनाने के लिए आयोजित तीन दिवसीय ट्रायल्स में मुक्केबाजों ने आठ अलग-अलग श्रेणियों में मुकाबला किया।
2015 में आयोजित विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाले थापा ने आसान जीत हासिल करने की राह में शुरुआत से ही मनीष पर दबाव डाला6 जदूसरी ओर, पंघल और दीपक ने पूरे बाउट में जमकर संघर्ष किया। इन दोनों ने करीबी रेंज से मुक्कों का आदान-प्रदान किया, लेकिन पंघल ने अंततः अपने अनुभव का उपयोग करते हुए जीत हासिल की।
57 किग्रा भार वर्ग में, हुसामुद्दीन ने 2019 एशियाई चैम्पियनशिप के रजत पदक विजेता कविंदर सिंह बिष्ट के खिलाफ 4-1 से जीत हासिल की। हुसामुद्दीन ने साफ-सुथरी और तकनीकी रूप से सक्षम मुक्केबाजी का शानदार प्रदर्शन किया, जबकि रेलवे के मुक्केबाज रोहित ने उत्तर प्रदेश के आदित्य प्रताप यादव को वेल्टरवेट वर्ग में 3-2 से हराकर अपने लिए सीट आरक्षित किया।
दिन का एक और आकर्षण मुकाबला सागर औऱ मौजूदा राष्ट्रीय चैम्पियन नरेंद्र के बीच हुआ। 92 किग्रा भार वर्ग के इस फाइनल में सागर ने नरेंद्र के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया। पूरे ट्रायल में सागर ने काफी प्रभावशाली प्रदर्शन किया और इस दौरान सेमीफाइनल में उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में क्वार्टर फाइनल तक पहुंचने वाले सतीश कुमार को भी हराया था।
फाइनल मुकाबले को पूरे आत्मविश्वास से शुरू करते हुए, सागर ने शुरू से ही आक्रामक रुख दिखाया और एकतरफा अंदाज में 5-0 से विजयी हुए। पूरे मुकाबले के दौरान सागर ने नरेंद्र पर मनोवैज्ञानिक दबाव बना रखा था।
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बाकी के मुकाबलों में सुमित, आशीष और संजीत को प्रभावशाली जीत मिली। सुमित और आशीष ने अपने प्रतिद्वंद्वियों को जहां एकतरफा अंदाज में 5-0 के अंतर से हराया वहीं संजीत ने 92 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में नवीन कुमार को 4-1 से हराकर बर्मिंघम का टिकट कटाया।
भारतीय मुक्केबाजों ने 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में तीन स्वर्ण और इतने ही रजत तथा कांस्य पदक सहित नौ पदक जीता था। भारतीय दल पदक तालिका में दूसरे स्थान पर रहा था। बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों के लिए महिलाओं का ट्रायल अगले सप्ताह नई दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में होगा।