लखनऊ। नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत चल रहे ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान की समीक्षा के लिए लखनऊ की पासी का पुरवा बस्ती का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने इलाके की सफाई व्यवस्था, जल आपूर्ति, सीवरेज नेटवर्क और चल रहे विकास कार्यों का गहन निरीक्षण किया।
निरीक्षण का उद्देश्य शहर में सफाई और स्वच्छता से जुड़ी सुविधाओं की स्थिति का आकलन करना था। इस दौरे में प्रमुख सचिव ने बस्ती के निवासियों से बातचीत की और उनकी समस्याओं को सुना।
उन्होंने स्पष्ट रूप से बताया कि सरकार का उद्देश्य न केवल स्वच्छता को बढ़ावा देना है, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि इन इलाकों के लोगों को भी बुनियादी सुविधाएं बिना किसी रुकावट के उपलब्ध हों।
स्वच्छता अभियान में नागरिकों की भागीदारी पर जोर
निरीक्षण के दौरान प्रमुख सचिव ने नागरिकों से अपील की कि वे डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण में किसी भी प्रकार की देरी या समस्या होने पर संबंधित विभाग में तुरंत शिकायत दर्ज करें।
उन्होंने यह भी कहा कि नागरिकों की भागीदारी स्वच्छता अभियानों की सफलता के लिए बेहद जरूरी है। प्रमुख सचिव ने निवासियों से संवाद स्थापित करते हुए कहा, “यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम अपने आसपास के क्षेत्रों को साफ-सुथरा बनाए रखें। आपकी भागीदारी से ही यह संभव हो सकेगा।”
सफाई व्यवस्था और बुनियादी ढांचे की समीक्षा
प्रमुख सचिव ने इलाके की सफाई, जल पाइपलाइन, और सीवर व्यवस्था की बारीकी से जांच की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन महत्वपूर्ण सुविधाओं की मरम्मत और रखरखाव में किसी प्रकार की लापरवाही न हो। इसके साथ ही उन्होंने यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि सभी क्षेत्र पूरी तरह से साफ रहें।
इंटरलॉकिंग कार्यों और फॉगिंग अभियान पर विशेष ध्यान
प्रमुख सचिव ने बस्ती में चल रहे इंटरलॉकिंग कार्यों का भी निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माण गुणवत्ता का आकलन किया और संबंधित अधिकारियों को गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की कमी न होने देने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि इंटरलॉकिंग सड़कों का निर्माण ऐसे इलाकों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, ताकि इन बस्तियों के निवासियों को बारिश के मौसम में जलभराव और कीचड़ जैसी समस्याओं से निजात मिल सके।
साथ ही, फॉगिंग गतिविधियों पर भी गहन चर्चा की गई। मच्छरों से फैलने वाली बीमारियों को रोकने के लिए लगातार फॉगिंग का आयोजन किया जा रहा है, और इस पर प्रमुख सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे मच्छरों की रोकथाम के लिए नियमित फॉगिंग अभियान को प्राथमिकता दें।
स्वच्छ भारत मिशन की प्रगति पर संतोष व्यक्त
इस अवसर पर नगरीय स्थानीय निकाय निदेशालय की अपर निदेशक रितु सुहास, लखनऊ नगर निगम के नगर आयुक्त इंदरजीत सिंह, अपर नगर आयुक्त राव, मुख्य अभियंता महेश वर्मा और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
प्रमुख सचिव ने स्वच्छ भारत मिशन की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया और अधिकारियों से कहा कि मिशन के लक्ष्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा करने के लिए और अधिक प्रयास किए जाएं।
उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि स्वच्छता के प्रति नागरिकों को और जागरूक करने के लिए नियमित जागरूकता अभियान चलाए जाएं। इसके लिए सोशल मीडिया, सामुदायिक बैठकों और सार्वजनिक कार्यक्रमों का आयोजन करके नागरिकों को स्वच्छता के महत्व से अवगत कराया जाए।
सरकार की प्रतिबद्धता और भविष्य की योजनाएं
प्रमुख सचिव ने कहा कि इस तरह के निरीक्षण सरकार की स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। सरकार न केवल शहर के प्रमुख इलाकों में, बल्कि मलिन बस्तियों और कमजोर वर्गों के निवासियों के लिए भी स्वच्छता और स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के लिए लगातार प्रयासरत है।
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उन्होंने यह भी बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत सरकार की प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि हर नागरिक को स्वच्छता से जुड़ी सभी बुनियादी सुविधाएं समय पर उपलब्ध हों, चाहे वह किसी भी सामाजिक या आर्थिक वर्ग से हो।
सरकार का यह कदम न केवल स्वच्छता अभियान को गति देगा, बल्कि शहरी क्षेत्रों में जीवन की गुणवत्ता में भी उल्लेखनीय सुधार करेगा। प्रमुख सचिव ने सभी संबंधित अधिकारियों को मिशन के लक्ष्यों को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए ठोस और प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए।