नेशनल स्टैंड-अप पैडल बोर्डिंग चैंपियनशिप में 120 से अधिक दिखाएंगे दम

1
52

रामेश्वरम, तमिलनाडु: पाल्कबे एसयूपी चैलेंज, नेशनल स्टैंड-अप पैडल बोर्डिंग चैंपियनशिप, ने 120 से अधिक पंजीकरण के साथ एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया है, जो इस इवेंट के इतिहास में अब तक की सबसे अधिक भागीदारी है।

नेशनल एसयूपी चैंपियनशिप का आयोजन 28 और 29 सितंबर को पाल्कबे, रामेश्वरम के सुंदर पिरप्पनवलसी बीच पर किया जाएगा।

इस दो दिवसीय राष्ट्रीय चैंपियनशिप में 9 राज्यों से 120 से अधिक एथलीट्स स्प्रिंट (200 मीटर), टेक्निकल (4 किलोमीटर) और डिस्टेंस (12 किलोमीटर) श्रेणियों में, पुरुष, महिला, ग्रोम्स (U-16), डिफेंस और ओपन पांच डिवीजनों में प्रतिस्पर्धा करेंगे।

इस इवेंट का आयोजन क्वेस्ट एकेडमी द्वारा सर्फिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के तत्वावधान में किया जाएगा जिसे तमिलनाडु सर्फिंग एसोसिएशन द्वारा समर्थित किया गया है, जो तमिलनाडु स्पोर्ट्स डेवलपमेंट अथॉरिटी (एसडीएटी) से संबंधित है।

पाल्कबे एसयूपी चैलेंज 2024 आधिकारिक वेबसाइट पर लाइव-स्ट्रीम किया जाएगा, जिससे दुनियाभर के दर्शकों को रोमांचक अनुभव मिलेगा।

सर्फिंग और स्टैंड-अप पैडलिंग जैसे प्रतिस्पर्धी जल खेल भारत में तेजी से बढ़ रहे हैं, और हाल ही में भारतीय सर्फर्स ने मालदीव में आयोजित एशियाई सर्फिंग चैंपियनशिप में 2026 एशियाई खेलों के लिए दो कोटा प्राप्त कर इतिहास भी रचा है।

तमिलनाडु के मौजूदा चैंपियन सेकर पचाई, जिन्होंने पुरुषों की श्रेणी में टेक्निकल और डिस्टेंस खिताब जीते थे, और मोनिका पुगझरासु, जिन्होंने स्प्रिंट और डिस्टेंस खिताब जीते थे, अपने खिताब की रक्षा के लिए वापसी करेंगे।

मौजूदा स्प्रिंट चैंपियन एम मणिकंदन, सेकर के अन्य दो खिताबों को चुनौती देने की कोशिश करेंगे, जबकि पूर्व राष्ट्रीय चैंपियन तन्वी जगदीश अपने खिताब को मोनिका से वापस जीतना चाहेंगी।

अन्य होनहार स्टैंड-अप पैडलर्स, मुथु कुट्टी, अजित गोविंद और राजा पांडियन पुरुषों की श्रेणी में जबकि आनंदी आरती, यामिनी कन्नन और विजयलक्ष्मी इरुलप्पन महिलाओं की श्रेणी में कड़ी प्रतिस्पर्धा देंगे, साथ ही नए स्टैंड-अप पैडलर्स भी चुनौती पेश करेंगे। ग्रोम्स (U-16) श्रेणी में अकाश पुजार, कालिदास और मुथुकुमार पे सभी की नज़रे होंगी।

तमिलनाडु सर्फिंग एसोसिएशन की महासचिव उपासना मूडी, जो पाल्कबे में रहती हैं और तटीय क्षेत्रों में युवाओं के बीच एसयूपी को बढ़ावा देने में सक्रिय रूप से शामिल हैं, कहती हैं, “यह खेल तटीय शहरों में युवाओं के लिए करियर का एक विकल्प प्रदान कर रहा है और उनके जीवन को बदल रहा है।

खेल और चैंपियनशिप इवेंट्स तक पहुंच से न केवल चैंपियंस बल्कि व्यावसायिक अवसर भी उत्पन्न होते हैं।” अंतर्राष्ट्रीय सर्फिंग एसोसिएशन के एसयूपी कोच ज़ेहन ड्राइवर,

जिन्होंने तटीय समुदायों में एथलीटों को प्रशिक्षण देने में एक दशक से अधिक समय बिताया है, ने भी इसी भावना को व्यक्त किया। “पाल्कबे का भूगोल चैंपियंस विकसित करने के लिए आदर्श है।

राष्ट्रीय और राज्य संघों ने हमेशा विकास कार्यक्रमों को प्रोत्साहित करने में अपने महत्वपूर्ण समर्थन को आगे रखा है। 2023 की राष्ट्रीय एसयूपी चैंपियनशिप में हमारे गाँव के ग्रोम्स (U-16) द्वारा एक स्वर्ण और कांस्य जीतना हमारे प्रशिक्षण कार्यक्रमों की सफलता का प्रमाण है।”

ये भी पढ़ें : 2024 राष्ट्रीय सर्फिंग चैंपियंस : कर्नाटक के रमेश बुदिहाल और तमिलनाडु की कमली मूर्ति

सर्फिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष, अरुण वासु ने इस खेल की अंतरराष्ट्रीय संभावनाओं को उजागर किया। “सर्फिंग और स्टैंड-अप पैडल बोर्डिंग भारत को वैश्विक मंच पर, विशेषकर ओलंपिक में, पदक हासिल करने का एक रास्ता प्रदान करते हैं।”

उन्होंने मालदीव में एशियाई सर्फिंग चैंपियनशिप में भारत की हालिया सफलता का भी जश्न मनाया, “मालदीव में एशियाई सर्फिंग चैंपियनशिप में हमारे एथलीटों के प्रदर्शन के चलते हमने आगामी एशियाई खेलों के लिए दो स्थान सुरक्षित किए हैं।”

यह उपलब्धि पाल्कबे एसयूपी चैलेंज जैसे आयोजनों के महत्व को रेखांकित करती है, जिन्हें हर साल टीटी ग्रुप, योलो कयाक्स, क्वेंच ईवी चार्जर्स और रेजीडेंसी टावर्स रामेश्वरम जैसे प्रमुख साझेदारों द्वारा समर्थित किया जाता है।

इस वर्ष के पाल्कबे एसयूपी चैलेंज में रिकॉर्ड तोड़ प्रतिभागी संख्या और उच्च स्तर के एथलीटों के साथ, यह संस्करण अब तक का सबसे प्रतिस्पर्धी और रोमांचक होने का वादा करता है।

1 COMMENT

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here