शतरंज ओलंपियाड मशाल रिले, भारत के 75 शहरों की यात्रा 19 जून से

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार रविवार को शतरंज ओलंपियाड की मशाल रिले का शुभारंभ करेंगे। इंदिरा गांधी स्टेडियम में प्रधानमंत्री मोदी शतरंज ओलंपियाड के 44वें संस्करण के लिए मशाल रिले को रवाना करेंगे।

शतरंज ओलंपियाड मशाल रिले अपने उद्घाटन साल में देश भर के 75 शहरों का दौरा करेगा और फिर मेजबान शहर चेन्नई के पास स्थित ऐतिहासिक स्थल महाबलिपुरम पहुंचेगा। अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (एआईसीएफ) ने शुक्रवार को इस मशाल रिले का रूट मैप जारी किया।

पीएम मोदी नई दिल्ली में रविवार को करेंगे मशाल रिले का उद्घाटन

अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ (फिडे) मानता है कि शतरंज का उद्भव भारत में हुआ था और इसी कारण उसने भारत को सम्मान देने के लिए ओलंपिक मशाल रिले की शैली की मशाल रिले परंपरा की शुरुआत की।

इस साल के आयोजन के बाद दुनिया में जब भी कहीं शतरंज ओलंपियाड का आयोजन होगा तो उसकी लौ भारत से निकलेगी और फिर तमाम देशों की यात्रा करते हुए मेजबान देश के मेजबान शहर पहुंचेगी।

इस साल समय कम था, लिहाजा फिडे और एआईसीएफ ने मशाल रिले को भारत में ही आयोजित करने का फैसला किया और इसी के तहत 75 शहरों का चयन किया गया है।

पांच बार के विश्व चैम्पियन विश्वनाथन आनंद ने शुक्रवार को नई दिल्ली में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा, “मैं इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बनने के लिए वास्तव में उत्साहित हूं। मैं हमेशा ओलंपिक मशाल रिले की अवधारणा से रोमांचित था और और अब हमारे पास शतरंज में भी मशाल रिले है।

सबसे आश्चर्यजनक है कि इसकी शुरुआत हमेशा भारत से होगी। और एक भारतीय के रूप में, मुझे इस तथ्य पर वास्तव में गर्व महसूस होता है।” अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (एआईएसएफ)  अध्यक्ष संजय कपूर और सचिव और ओलंपियाड निदेशक भरत सिंह चौहान के अलावा इस कार्यक्रम में टेक महिंद्रा के चीफ ऑफ स्ट्रैटेजी जगदीश मित्रा और तमिलनु सरकार की प्रधान सचिव सुश्री अपूर्वा भी मौजूद थीं।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से शुरू होकर, ऐतिहासिक ओलंपियाड मशाल रिले पूरे देश में यात्रा करेगी। 27 जुलाई को अपने गंतव्य महाबलिपुरम तक पहुंचने से पहले यह मशाल रिले लेह, श्रीनगर, जयपुर, सूरत, मुंबई, भोपाल, पटना, कोलकाता, गंगटोक, हैदराबाद, बेंगलुरु, त्रिशूर, पोर्ट ब्लेयर और कन्याकुमारी सहति 75 शहरों से होकर गुजरेगी।

एआईसीएफ सचिव और ओलंपियाड निदेशक भरत सिंह चौहान ने कहा, “शतरंज ओलंपियाड मशाल रिले भारत में खेल को लोकप्रिय बनाने का एक बड़ा माध्यम है। हमने यह सुनिश्चित किया कि यह देश के हर कोने का दौरा करे और कई व्यक्तियों को प्रेरित करे।

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यह सभी के लिए जीवन में एक बार आने वाला मौका है औऱ हम चाहते हैं कि लोग इसका दिल खोलकर स्वागत करें। मुझे विश्वास है कि यह इस दिशा में बहुत योगदान देगा।“ एआईसीएफ अध्यक्ष कपूर ने आगे कहा, “यह ओलंपियाड मशाल रिले भारतीय खेल इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय जोड़ देगा।

ओलंपियाड के आने वाले हर संस्करण के दौरान मशाल रिले की शुरुआत भारत से होगी औऱ यह बात हमारी आने वाली पीढ़ियों को इस खेल को अपनाने के लिए प्रेरित करेगा। महासंघ की ओर से, हम हमारे निमंत्रण को स्वीकार करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देते हैं।

हम भाग्यशाली हैं कि हमें हमारे प्रधानमंत्री के साथ-साथ सरकार और अन्य हितधारकों सहित सभी का साथ मिला।“ दुनिया के सबसे बड़े शतरंज ओलंपियाड का 44वां संस्करण चेन्नई के पास महाबलीपुरम में 28 जुलाई से 10 अगस्त तक आयोजित किया जाएगा।

शतरंज ओलंपियाड के लगभग 100 वर्षों के इतिहास में, यह पहली बार है जब भारत इसकी मेजबानी करेगा। आगामी ओलंपियाड के लिए 188 देशों ने पंजीकरण करा लिया गहै और यह देशों की संख्या के लिहाज से भारत में होने वाला अब तक का सबसे बड़ा खेल आयोजन है।

इस इवेंट की महत्ता को स्वाकार करते हुए एक सोशल मीडिया अभियान ‘नमस्ते वर्ल्ड’ का अनावरण किया है। इसके माध्यम से इस आयोजन के लिए दुनिया भर के शतरंज समुदाय का स्वागत किया जा रहा है।

एआईसीएफ ने इससे पहले दो-दो भारतीय टीमों को ओपन और महिला वर्ग में 44वें शतरंज ओलंपियाड के लिए चुना था। दोनों वर्गों में दुनिया भर की 343 टीमें हिस्सा ले रही हैं।

टेक महिंद्रा के चीफ स्ट्रैटेजी ऑफिसर और ग्रोथ हेड जगदीश मित्रा ने कहा, ‘ हम पता लगा सकते हैं कि शतरंज की शुरुआत भारत में हुई है। टेक महिंद्रा में, हमने इस विरासत को जीवित रखने का गर्व से वादा किया है और इसी कारण 44वें शतरंज ओलंपियाड के लिए पहली बार मशाल रिले का सहयोग कर रहे हें।

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