लखनऊ। ‘स्वच्छ शौचालय – हमारी जिम्मेदारी’ इस संदेश से समाज में स्वच्छता और सार्वजनिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से प्रदेश की सभी नगरीय निकायों में 25 नवम्बर से 30 नवम्बर तक ‘पेंट माई टॉयलेट’ अभियान चलाया गया।
अभियान अंतर्गत 4700 से शौचालयों में शौचालय और आसपास की दीवारों पर वॉल पेंटिंग, स्वच्छता संबंधी संदेश और उनका सौन्दर्यीकरण किया गया। वहीं 30 नवम्बर को सभी निकायों में लगभग 26 हज़ार सफाई मित्रों का सम्मान भी किया गया।
अपर निदेशक स्वच्छ भारत मिशन (नगरीय) ऋतु सुहास ने बताया कि ‘स्वच्छ शौचालय’ अभियान की थीम ‘स्वच्छ शौचालय – हमारी जिम्मेदारी’ को आत्मसात करने के लिए यह 25 नवम्बर से 30 नवम्बर के मध्य ‘पेंट माई टॉयलेट’ नामक विशेष अभियान चलाया गया।
जिसके अंतर्गत 4700 शौचालयों की साफ-सफाई, सौंदर्यीकरण कराने के साथ ही शौचालय की दीवारों पर वॉल पेंटिंग भी करायी गयी।
अभियान के दौरान निकायों में विभिन्न आई.ई.सी गतिविधियां भी करायी गईं, जिसमें जनप्रतिनिधियों और स्थानीय नागरिकों ने भी बढ़-चढ़ कर प्रतिभाग किया।
उन्होंने बताया कि 30 नवम्बर को समापन दिवस पर प्रदेश की सभी निकायों में 25886 सफाईमित्रों का सम्मान भी किया गया। निकायों में हुए सम्मान समारोह में जनप्रतिनिधियों ने सफाईमित्रों को माल्यार्पण और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया और सहभोज भी कराया गया।
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निकायों में निर्मित सार्वजनिक,सामुदायिक व पिंक शौचालयों की मरम्मत, सफाई और सुंदरीकरण के साथ ही उनके आस-पास खाली जगहों पर पौधरोपण एवं स्वच्छता संबंधी संदेशों को वाॅल पर पेटिंग के माध्यम से दर्शाया गया।स्वच्छता और सुविधाओं सम्बंधित सुझाव व शिकायतों के लिए सभी शौचालयों पर टोल फ्री नं. 1533 का प्रचार-प्रसार बाहर की दिवारों पर किया जाएगा।
शौचालयों के बेहतर रख-रखाव गाईडलाइन के अनुसार किया गया। शौचालयों के आस-पास गंदगी निषेध क्षेत्र बनाया गया व उन स्थानों का सौन्दर्यीकरण भी किया गया।
ऐतिहासिक व सार्वजनिक स्थानों पर निर्मित शौचालयों की भी साफ-सफाई व उनके सौन्दर्यीकरण पर विशेष ध्यान दिया गया। अभियान के अन्तर्गत संबंधित निकायों में रेट्रोफिटिंग एवं रेनोवेशन किया गया।
आई.ई.सी. गतिविधियों के माध्यम से स्वच्छता सम्बंधित जानकारियों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया गया। टाॅयलेट टाक्स, सौन्दर्यीकरण, हैरिटेज प्लेसेस से संबंधित स्थानों पर आउटरीच गतिविधियों के माध्यम से जनभागीदारी करायी गयी। वहीं, स्वयं सहायता समूह, स्वयं सेवी संस्था,
सी.बी.ओ., सी.एस.आर., स्वच्छ वातावरण प्रोत्साहन समिति व स्वच्छ सारथी क्लब के माध्यम से विभिन्न स्थानों पर जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन कराया किया गया। जिसकी लाइव मॉनिटरिंग निदेशालय में स्थापित डेडिकेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर (डीसीसीसी) के माध्यम से निरंतर की गयी।