1971 के भारत-पाक युद्ध के वीर सैनिकों की स्मृति में मुख्यालय मध्य यूपी सब एरिया के तत्वावधान में लखनऊ स्टेशन पर एक भव्य विजय दिवस दौड़ का आयोजन किया गया। ऐतिहासिक युद्ध के नायकों के सम्मान में आयोजित इस कार्यक्रम में भारी भागीदारी देखी गई, जो राष्ट्र के सामूहिक गौरव और कृतज्ञता को दर्शाता है।
एकता और देशभक्ति का प्रदर्शन करते हुए 700 से अधिक उत्साही पुरुषों, महिलाओं, बच्चों और एनसीसी कैडेटों ने 10 किलोमीटर और 5 किलोमीटर की दौड़ में भाग लिया। इस दौड़ को सूर्या कमान के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल मुकेश चड्ढा ने बड़े उत्साह और जोश के बीच हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
सुंदर व पूर्णिमा कुमारी ने जीती 10 किमी.रेस
10 कि.मी रेस में पुरुषों में 16 राजपूत के सिपाही सुंदर पहले, 16 राजपूत के एल/एनके किशन दूसरे व 6/11 जीआर के रायफलमैन सिजान राणा तीसरे स्थान पर रहे। दूसरी ओर महिलाओं में लेफ्टिनेंट कर्नल पूर्णिमा कुमारी पहले, श्रीमती प्रीति शाह दूसरे व नूपुर शर्मा तीसरे स्थान पर रहे।
सांत्वना पुरस्कार कुमारी दिव्यांशी निगम व कुमारी प्रीति सिंह को मिला। मोटीवेशनल पुरस्कार मेजर एके सिंह (सेवानिवृत्त) को मिला। 5 किमी महिला वर्ग में श्रीमती सपना नेगी पहले, श्रीमती अदिति राठी दूसरे व मेजर बबीता (सेवानिवृत्त) तीसरे स्थान पर रही।
वहीं बच्चों में आरव (पुत्र कर्नल मंदीप सिंह) पहले, कुमारी गरिमा राठी (पुत्री कर्नल सौरव राठी) दूसरे व मिस गुरनूर (पुत्री लेफ्टिनेंट कर्नल गुरतेज सिंह) तीसरे स्थान पर रहे। सांत्वना पुरस्कार खतीजा व मुस्कान सिंह को मिला।
विजय दिवस दौड़ ने 1971 के युद्ध के दौरान भारतीय सशस्त्र बलों के अद्वितीय साहस और बलिदान को श्रद्धांजलि दी। इसने लचीलेपन और एकता की भावना पर प्रकाश डाला जो भारतीय सेना और देश के लोगों के साथ इसके मजबूत बंधन को परिभाषित करता है।
इस आयोजन का उद्देश्य युवा पीढ़ी को प्रेरित करना, उन्हें समर्पण, अनुशासन और देशभक्ति के मूल्यों को बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित करना भी था। प्रतिभागियों की बड़ी उपस्थिति ने सबके भीतर सशस्त्र बलों के प्रति गहरे सम्मान और प्रशंसा को रेखांकित किया। विजय दिवस दौड़ ने न केवल भारत के इतिहास में एक गौरवशाली अध्याय का स्मरण किया, बल्कि सौहार्द और सामूहिक गौरव की भावना को भी बढ़ावा दिया।
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