लखनऊ। सीएसआईआर-केन्द्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान (सीमैप), लखनऊ में बुधवार को राष्ट्रीय पादप जैवप्रौद्योगिकी संस्थान के साथ एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए गए।
इस समझौता पत्र पर डॉ.प्रबोध कुमार त्रिवेदी (निदेशक, सीएसआईआर-सीमैप) व राष्ट्रीय पादप जैवप्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक डॉ. अजीत कुमार शासनी ने हस्ताक्षर किए। इस समझौता पत्र के अंतर्गत दोनों संस्थानों के शोध छात्रों को औषधीय एवं सगंध पौधों के अनुसंधान क्षेत्र मे भविष्य बनाने के बेहतर अवसर प्राप्त होंगे।
दोनों संस्थानों मे होने वाले नित नए विकासों से शोध छात्र परिचित होंगे। इस समझौते के अंतर्गत दोनों संस्थानों मे उपलब्ध अतिआवश्यक उपकरणों का उपयोग दोनों संस्थानों के वैज्ञानिक/शोध छात्र साझा अनुसंधान कर सकेंगे। सीमैप एवं राष्ट्रीय पादप जैवप्रौद्योगिकी संस्थान, नई दिल्ली के छात्रों को लघु अवधि के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
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इस समझौते के अंतर्गत एरोमा मिशन की गतिविधियों को भी राष्ट्रीय पादप जैवप्रौद्योगिकी संस्थान अपने संसाधनों से देश मे विस्तार करने का कार्य करेगा।
इसके साथ ही दोनों संस्थान राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर वित्तीय संस्थाओं से परियोजनाओं को संस्तुत करा सकते हैं और इनमे होने वाले साझा अनुसंधान से प्राप्त परिणामों को दोनों संस्थान साझा करेंगे। इस अवसर पर संस्थान के वैज्ञानिक डॉ. आरके श्रीवास्तव, डॉ.प्रेमा जी.वसुदेव आदि उपस्थित थे।