लखनऊ: विकास नगर स्थित पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के सामने 15 दिसंबर 2024 को हुए सड़क धंसाव की मरम्मत का कार्य सुएज इंडिया की टीम द्वारा पूरा कर लिया गया है।
इस घटना से उत्पन्न 20 फीट चौड़े और 27 फीट लंबे गड्ढे के कारण क्षेत्र का आवागमन बाधित हो गया था, जिससे नागरिकों को गंभीर परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। सुएज इंडिया व नगर निगम के अथक प्रयासो से अब सड़क पर यातायात सुचारु होगा और लोगों को राहत मिलेगी।
सुएज इंडिया की टीम ने जटिल चुनौतियों के बीच दो महीने में कार्य संपन्न किया
सड़क धंसाव के दौरान 1600 डाया की मुख्य सीवर लाइन के दो पाइप पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे। हालांकि, मरम्मत कार्य शुरू करने से पहले टीम को कई जटिल बाधाओं का सामना करना पड़ा।
धंसाव वाले स्थान के नीचे भूमिगत एचटी बिजली केबल, गैस पाइप लाइन, ऑप्टिकल फाइबर लाइन और पानी की पाइपलाइन मौजूद थीं, जिन्हें सुरक्षित रूप से हटाए बिना कार्य संभव नहीं था। सुएज इंडिया ने अन्य विभागों के साथ समन्वय कर इन्हें शिफ्ट किया। विकास नगर में क्षतिग्रस्त 1600 डाया की पाइप लाइन को बदलने के लिए अत्याधुनिक मशीन का इस्तेमाल किया गया जिसमे से कुछ विशेष तरह की क्रेन मशीन बाहर से मंगवाई गयी थी|
इसके अलावा, गुडम्बा, महादेव, जानकीपुरम और अलीगंज से आने वाले १५० एमएलडी पानी को डायवर्ट करना सबसे बड़ी चुनौती थी। सुएज इंडिया की टीम ने 16-17 पंप लगाकर पानी को डायवर्ट किया और मरम्मत क्षेत्र को सुरक्षित किया।
सुएज इंडिया के परियोजना निदेशक राजेश मठपाल के अनुसार, “शुरुआत में केवल दो पाइपलाइन क्षतिग्रस्त दिखाई दे रही थीं, लेकिन गहन जाँच में अतिरिक्त पाइपलाइनों की क्षति सामने आई, पाइप का ऊपरी हिस्सा गायब था| उन्होंने बताया कि सुएज इंडिया के कर्मचारियों ने दो महीने तक काम करके पूरी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते हुए यह कार्य पूरा किया। चूँकि ये गहराई का कार्य था और यहाँ पर मिटटी भी बलुई थी|
कर्मचारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए और वो इस कार्य को सुरक्षित तरीके से कर सके इसके लिए विशेष तरह की शटरिंग प्रयोग की गयी ताकि कार्य के दौरान किसी भी तरह के हादसे की गुंजाईश न रहे| इस कार्य के पूर्ण हो जाने से जानकीपुरम क्षेत्र में हो रहे जलभराव से स्थानीय लोगों को राहत मिलेगी।
अब यह सीवर लाइन पूरी तरह से क्रियाशील है। सुएज इंडिया की टीम इस सड़क को आवागमन योग्य बना देगी| प्रशासन से भी यही आग्रह है वो विकास नगर में भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित करे इसके अलावा विकास नगर क्षेत्र में किसी भी तरह की सड़क खुदाई पर भी यहाँ रोक लगायी जाए|
धंसाव के बाद से ही क्षेत्र के निवासी यातायात की समस्या और सड़क सुरक्षा को लेकर चिंतित थे। सुएज इंडिया के कार्य पूर्ण होने से न केवल आवागमन सुगम होगा, बल्कि भूमिगत संरचनाओं की स्थिरता भी बढ़ेगी। इस सफलता से नगर निगम और सुएज इंडिया के बीच समन्वय का एक उदाहरण भी सामने आया है।
विकास नगर में सीवर का कार्य 2010-11 में कराया गया था| जमीन से 30 फिट नीचे यह कार्य किया गया है| पूर्व में यहाँ सड़क धंसने के बाद इसकी पूरी स्टडी कराई तो पता चला की पूरी फेसिंग(सीवर और पाइपलाइन) ही डैमेज है| यह लगभग 1.8 किलोमीटर लम्बी है|
जगह जगह डैमेज होने से इसकी मरम्मत करने से बहुत सी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है| इसको बदलने के लिए जल निगम द्वारा 21 करोड़ रूपए का प्रोजेक्ट भी बना लिया है| अब 1600 डाया की इस लाइन को बदलने के लिए कार्य को शुरू होना है जो जल निगम के द्वारा संपन्न किया जाना है|
विकास नगर की इस घटना ने शहरी अवसंरचना की नाजुकता को उजागर किया है, लेकिन त्वरित और तकनीकी रूप से सक्षम प्रतिक्रिया ने नागरिकों के विश्वास को बनाए रखा है। अब सभी की निगाहें जल निगम की आगामी परियोजना पर टिकी हैं, जो इस क्षेत्र को दीर्घकालिक सुरक्षा प्रदान करेगी।
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