गन्ना संस्थान में लग प्रौद्योगिकी प्रदर्शन मेला, 400 किसान शामिल

0
92

भाकृअनुप- भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ में  प्रौद्योगिकी प्रदर्शन मेला आयोजित किया गया। इसमें कुल 400 किसानों ने हिस्सा लिया।

कार्यक्रम के दौरान अनुसूचित जाति उपयोजना (एससीएसपी) कार्यक्रम के तहत गोसाईगंज, मोहनलालगंज, माल और काकोरी ब्लॉकों के 300 अनुसूचित जाति किसानों (पुरुष और महिला दोनों) को बैटरी से चलने वाले स्प्रेयर वितरित किए गए।

भाकृअनुप- भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान (आईएसआरआई), लखनऊ के निदेशक डॉ. रसप्पा विश्वनाथन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की और इस बात पर जोर दिया कि कृषि मशीनरी पर साझा ज्ञान और स्प्रेयर के वितरण से खेती की लागत कम करने में मदद मिलेगी।

उन्होंने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए कृषि अभियांत्रिकी प्रभाग को बधाई भी दी। उद्घाटन सत्र में डॉ.

ए. के. सिंह (प्रमुख, कृषि अभियांत्रिकी प्रभाग) ने किसानों का स्वागत किया और कृषि यंत्रीकरण के महत्व और कृषि कार्यों के दौरान रसायनों के प्रयोग की दक्षता में सुधार करने में बैटरी से चलने वाले स्प्रेयर की भूमिका पर जोर दिया।

डॉ. अरुण बैठा (प्रधान वैज्ञानिक एवं नोडल अधिकारी, एससीएसपी योजना) ने कार्यक्रम के तहत क्रियान्वित की गई पहलों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने किसानों को अपने खेतों में सटीक रासायनिक अनुप्रयोग के लिए वितरित स्प्रेयर का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया।

डॉ. संगीता श्रीवास्तव (प्रभारी पीएमई सेल) ने योजना के महत्व पर प्रकाश डाला, विशेष रूप से महिला किसानों से स्प्रेयर का अधिकतम उपयोग करने का आग्रह किया। मुख्य प्रशासनिक अधिकारी श्री अभिषेक श्रीवास्तव ने आश्वासन दिया कि किसानों को सहायता प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।

प्रौद्योगिकी प्रदर्शन मेले के दौरान कृषि अभियांत्रिकी प्रभाग द्वारा विकसित विभिन्न कृषि प्रौद्योगिकियों और मशीनरी का प्रदर्शन किया गया।

मेले का आयोजन यूपीसीएआर द्वारा वित्त पोषित परियोजना ‘फार्म मशीनरी में उत्कृष्टता केंद्र’, एफआईएम पर एआईसीआरपी और पीएचईटी पर एआईसीआरपी के सहयोग से किया गया था – प्रभाग के भीतर चल रही तीन प्रमुख योजनाएं।

प्रदर्शित प्रौद्योगिकियों में उन्नत गन्ना मशीनरी जैसे कि डीप फरो गन्ना कटर प्लांटर, रेज्ड बेड गन्ना कटर प्लांटर-कम-सीडर, गन्ना रटून प्रबंधन उपकरण (डिस्क आरएमडी), ट्रैश मल्चर-कम-स्टबल शेवर, गन्ना डिट्रैशर, इंटरक्रॉप बुवाई मैनुअल सीड ड्रिल और गन्ना नोड कटर सहित छोटे उपकरण भी शामिल थे।

इसके अतिरिक्त, गुड़ और इसके मूल्यवर्धित उत्पादों के लिए विकसित प्रक्रिया इंजीनियरिंग प्रौद्योगिकियों का भी प्रदर्शन किया गया। किसानों ने अपनी प्रशंसा व्यक्त करते हुए कहा कि ये प्रौद्योगिकियां उनकी खेती के तरीकों के लिए फायदेमंद होंगी और लाभप्रदता बढ़ाने में योगदान देंगी।

ये भी पढ़ें : अर्न्तराष्ट्रीय फाइटोप्‌लाज्मोलोजिस्ट कार्यकारी समूह की संगोष्ठी का समापन

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here