डॉ उदय प्रताप सिंह हुए हरकारे सम्मान से हुए विभूषित

0
32

लखनऊ। कला संस्कृति साहित्य सरोकारों को समर्पित संस्था हरकारे के पांचवें वार्षिक समारोह में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ उदय प्रताप सिंह को ‘हरकारे सम्मान-2025’ से सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम का आयोजन प्रसिद्ध व्यंग्यकार गोपाल चतुर्वेदी के राणा प्रताप मार्ग स्थित आवास पर हुआ। कार्यक्रम के पहले पहलगाम में आतंकी हमले में मारे गए लोगों की स्मृति में शोक व्यक्त किया गया।

इस अवसर पर शहर के वरिष्ठ गायक प्रदीप अली ने अपनी सुमधुर गजल गायकी से खूब प्रभावित किया। वरिष्ठ शायर मनीष शुक्ल ने अपने चंद शेर सुनाकर रंग जमाए।

संस्था संरक्षक एवं कार्यक्रम संचालक आत्म प्रकाश मिश्र ने डॉ उदय प्रताप सफर का परिचय दिया। सूर्य कुमार पाण्डेय ने 93 वर्षीय वरिष्ठ साहित्यकार डा उदय प्रताप सिंह के कृतित्व व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। डॉ उदय प्रताप के शतायु की कामना की।

उन्होंने कहा कि डॉ उदय पुरानी पीढ़ी से गुजरते हुए नई पीढ़ी के बीच बनाए हैं। डॉ उदय प्रताप एक बड़े चर्चित राजनेता के गुरु भी रहे। जो इनसे एक बार मिल लेता है वो इनका हो जाता है।

डॉ उदय की स्मृति विलक्षण है। डॉ उदय जी को हरकारे के संरक्षक वरिष्ठ व्यंग्यकार गोपाल चतुर्वेदी व आत्म प्रकाश मिश्र ने उन्हें सम्मान पत्र, पुष्प और शाल भेंट कर हरकारे सम्मान-25 से डॉ पूर्णिमा पाण्डेय, शायर डॉ मनीष शुक्ल, डॉ कुमकुम धर, आत्म प्रकाश मिश्र ने सम्मानित किया।

प्रदीप अली ने डॉ उदय प्रताप जी की मशहूर गजल सीन तेरा है न मेरा है, हिंदुस्तान सबका है…एवं ‘दूसरी गजल ‘ तुझको करने सलाम आते है, हम बसद एहतराम आते हैं…’ सुनाकर महफिल में रौनक घोल दी। प्रदीप अली जी को डॉ उदय प्रताप सिंह, डॉ पूर्णिमा पाण्डेय, शायर

डॉ मनीष शुक्ल, डॉ कुमकुम धर, आत्म प्रकाश मिश्र ने सम्मानित किया। कार्यक्रम में अभिनेता रंगकर्मी राज अवस्थी, पुर वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी निशा चतुर्वेदी, राजेश अरोड़ा शलभ, विवेक शुक्ल, सोनल ठाकुर, अनिल मिश्र गुरुजी, पत्रकार अशोक, श्याम मिश्र, अभिषेक राजपूत, अलंकार रस्तोगी, अनिल मिश्र सहित अनेक साहित्यप्रेमी मौजूद रहे।

ये भी पढ़ें : राज्य ललित कला अकादमी में युवा प्रतिभाओं की रंगीन अभिव्यक्ति

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here