लखनऊ। रिसर्च सोसाइटी फॉर स्टडी आफ डायबिटीज़ इन इंडिया उत्तर प्रदेश शाखा के तत्वाधान में शुक्रवार को महत्वाकांक्षी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। एक प्रदेश एक दिन 1000 पैरों की जांच थीम के तहत प्रदेश के 100 स्थानों पर एक साथ डायबिटीज के मरीजों के पैरों की जांच की गई।
प्रो अनुज माहेश्वरी ने डायबिटीज़ के मरीजों को नंगे पांव न चलने की हिदायत दी और धूम्र पान से बचने की सलाह दी। प्रो नरसिंह वर्मा ने साल में एक बार पैरों की जांच कराने व शुगर के सख्त नियंत्रण की सलाह दी। संस्था के सचिव डा अजय तिवारी ने बताया कि डायबिटिक फुट एक अत्यंत ही गंभीर परेशानी है।
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जो नासूर या पैर कटने (एम्पुटेशन)तक पहुंच सकती है। एक बहुत ही आसान जांच monofilament test के माध्यम से हम पैर की संवेदना जांच कर ,इससे संबंधित बचाव के उपाय मरीज को बता सकते हैं।
इस पुनीत कार्य का शुभारंभ मुख्य अतिथि महापौर लखनऊ श्रीमती संयुक्ता भाटिया ने सुबह 7 बजे छोटे इमाम बाड़े के प्रांगण में किया जहां योजित कैंप में 100 मरीजों के पैर की जांच की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता RSSDI UP chapter के चैयरमैन इलेक्ट प्रो अनुज माहेश्वरी व प्रो नरसिंह वर्मा कोषाध्यक्ष,RSSDI UP chapter ने की।