लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में चलाए जा रहे “प्रतिबंधित प्लास्टिक मुक्त उत्तर प्रदेश” अभियान को सफल बनाने की दिशा में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट ने “अंतर्राष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस” के अवसर पर लखनऊ के सेक्टर-17, इंदिरा नगर में एक विशेष जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया।
कार्यक्रम का उद्देश्य प्लास्टिक के अत्यधिक उपयोग के दुष्परिणामों के प्रति नागरिकों को जागरूक करना और वैकल्पिक विकल्पों को अपनाने हेतु प्रेरित करना थाद्ध
इस अवसर पर ट्रस्ट के स्वयंसेवकों ने दुकानदारों और ग्राहको से संवाद स्थापित कर उनसे प्लास्टिक बैग और थैलियों का उपयोग न करने की अपील की तथा उन्हे अग्रिम प्रयोग हेतु कपड़े के थैले वितरित किए।
जागरूकता अभियान के अंतर्गत सूचनात्मक ब्रोशर भी वितरित किए गए, जिनमें प्लास्टिक के पर्यावरण और स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों की जानकारी दी गई।
हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के स्वयंसेवकों ने दुकानदारो व ग्राहको से यह अपील की कि, “वे “प्लास्टिक हटाओ, पर्यावरण बचाओ” के प्रति संकल्पित होकर अपने द्वारा उपयोग किए गए प्लास्टिक पॉलीथिन सहित सभी प्लास्टिक सामग्री को ट्रस्ट द्वारा लाये गए डस्टबिन में दान कर दे।
इस पहल का उद्देश्य केवल प्लास्टिक का त्याग करना ही नहीं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक ठोस कदम उठाना है।
जब आप अपने प्लास्टिक पॉलीथिन को उचित स्थान पर दान करते हैं, तो न केवल आपका संकल्प मजबूत होता है, बल्कि यह दूसरों के लिए भी एक प्रेरणा बनता है कि वे प्लास्टिक के उपयोग से दूरी बनाएं और स्वच्छ वातावरण के लिए जिम्मेदारी निभाएं।
स्वयंसेवकों ने यह भी बताया कि प्लास्टिक का पुनः उपयोग और निपटान एक गंभीर समस्या है जो हमारी धरती, जल, वायु और जीव-जंतुओं के लिए गंभीर खतरा है। इसलिए, हमारे इस अभियान से जुड़े , ताकि हम एक स्थायी और हरित भविष्य की ओर कदम बढ़ा सकें।“
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ट्रस्ट ने नागरिकों को कपड़े और जूट के थैले अपनाने हेतु प्रेरित किया, ताकि एक स्थायी, हरित और स्वच्छ भविष्य का निर्माण सुनिश्चित हो सके। दुकानदारों और ग्राहकों ने इस अभियान में बढ़-चढ़कर भाग लिया और ट्रस्ट के प्रयासों की सराहना की।
इस जागरूकता कार्यक्रम में एमिटी विश्वविद्यालय की छात्राएँ – आंचल मिश्रा एवं कुमारी पारुल – ने सक्रिय सहभागिता की और ट्रस्ट के स्वयंसेवकों के साथ मिलकर अभियान को सफल बनाने में योगदान दिया।