लखनऊ | श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा श्री कृष्ण जन्मोत्सव कार्यक्रम “जय कन्हैया लाल की” का आयोजन ट्रस्ट के प्रधान कार्यालय, 25/2G, सेक्टर- 25 में किया गया।
कार्यक्रम में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के लाभार्थियों ने ढोलक, मंजीरे की थाप पर भजन गाए व हर्षोल्लास के साथ भगवान श्री कृष्ण के जन्म दिवस को मनाया। संपूर्ण विश्व में भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव श्री कृष्ण जन्माष्टमी बहुत धूमधाम से मनाया जाता है।
कृष्ण देवकी व वासुदेव के आठवें पुत्र थे व मथुरा नरेश कंस से अपने पुत्र की रक्षा करने हेतु देवकी और वासुदेव ने कृष्ण को नंद बाबा और यशोदा मैया को दे दिया था। जन्माष्टमी के दिन सभी मंदिरों में श्री कृष्ण की सुंदर-सुंदर झांकियां सजाई जाती हैं व समारोह किए जाते हैं।
हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित श्री कृष्ण जन्मोत्सव कार्यक्रम “जय कन्हैया लाल की” की शुरुआत गुरु प्रार्थना से हुई।
चित्रा रस्तोगी, गुंजन शर्मा तथा लाभार्थियों ने गौरी के नंदन, अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं, यशोमती मैया से बोले नंदलाला, सांवरी सूरत पर मन आ गया, राधे कृष्ण की ज्योति अलौकिक, श्यामा आन बसो वृंदावन में, राधिका गोरी से, श्री कृष्ण भजन गाये।
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किरण लता ने कान्हा आन पड़ी मैं तेरे द्वार, कोमल ने मथुरा में खुली है दुकान, मालती ने राधा तेरी चुनरी है लाल लाल, व प्रभा देवी ने कान्हा बरसाने में आ जइयो भजन की प्रस्तुति करी।
इस अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण युगों-युगों से हमारी आस्था का केंद्र रहे हैं। उनका सुमिरन हर जाति धर्म से परे है। भगवान श्री कृष्ण के उपदेशों के संग्रह “श्रीमदभगवत गीता” को अलग-अलग भाषाओं में रूपांतरित किया गया है।
गीताचार्य श्री कृष्ण की भगवद गीता जीवन मार्ग प्रदर्शित करती है। हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के पूर्व
संरक्षक, मशहूर शायर पद्मश्री स्वर्गीय श्री अनवर जलालपुरी की पुस्तक “उर्दू शायरी में गीता” का हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट ने ऑडियो वर्जन यूट्यूब पर रिलीज किया, जिसे उर्दू समझने वालों को अवश्य सुनना चाहिए।
इस अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की अध्यक्षा श्रीमती किरण अग्रवाल, प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल, न्यासी डॉ रूपल अग्रवाल व ट्रस्ट के स्वयं सेवक भी मौजूद रहे।