विजाग : यू मुम्बा के खिलाफ रोमांचक मुकाबला टाई-ब्रेकर तक गया, और हरियाणा स्टीलर्स के कप्तान जयदीप दहिया जज़्बे की मिसाल बन गए।
तेज़ बुखार के चलते अस्पताल में भर्ती रहने के कुछ ही घंटे बाद, जयदीप मैदान पर उतरे और आख़िरी पलों में एक अहम टैकल किया जिसने टीम को मुकाबले में बनाए रखा।
मुख्य कोच मनप्रीत सिंह ने इस असाधारण घटना का खुलासा किया कि “पिछला मैच जब हम हारे, तब हमारा कप्तान बहुत बीमार था। उसे तेज़ बुखार था और अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
आज उसे शाम 4 बजे ही छुट्टी मिली और 7 बजे वो आपके सामने मैदान पर था। यही उसका जज़्बा है – पिछली बार चोटिल होने के बावजूद खेला, इस बार बुखार में अस्पताल से सीधा खेलने आ गया। यही एक खिलाड़ी को खास बनाता है।”
जयदीप के लिए केवल टीम मीटिंग में किट बैग लेकर पहुंचना ही ड्रेसिंग रूम का माहौल बदलने के लिए काफ़ी था।
“पूरी टीम को लगा था कि मैं आज नहीं खेल पाऊंगा। लेकिन जब उन्होंने मुझे कमरे में देखा तो सब खुश और प्रेरित हो गए। मैंने सबको कहा कि चाहे कुछ भी हो, मैं खेलूंगा,” जयदीप ने मुस्कुराते हुए कहा।
कप्तान ने माना कि टाई-ब्रेकर का अनुभव नया था, लेकिन दबाव से वो विचलित नहीं हुए। “मैं पहले भी ऐसे हालात में रहा हूं, इसलिए लड़कों को समझाता रहा कि अगर हम शांत रहें तो जीत सकते हैं। आखिर में हमसे एक छोटी गलती हो गई, लेकिन ऐसे मैच कबड्डी को रोमांचक बनाते हैं। दर्शकों को यही जोश पसंद आता है,” उन्होंने कहा।
मनप्रीत के लिए बड़ी सीख टीम की मजबूती थी। “यह लीग 100 मीटर की दौड़ नहीं है – ये लंबा सफर है। आज हमने देखा कि हाफ़ टाइम के बाद डिफेंस ने लय पकड़ी और कप्तान ने मुश्किल हालात में खेल दिखाया। अगर सीज़न में आगे तक जाना है, तो ऐसे जज़्बे की ज़रूरत है। यही मुझे इस टीम से उम्मीद दिलाता है,” उन्होंने कहा।
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