लखनऊ : इकाना इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में 16 सितंबर से भारत-ए और ऑस्ट्रेलिया-ए के बीच दो चार दिवसीय अनऑफिशियल टेस्ट मैचों की सीरीज़ शुरू होगी।
यह मुकाबला न केवल युवा खिलाड़ियों के लिए अपने कौशल का परिक्षण है, बल्कि भविष्य की सीनियर टीम में जगह बनाने का सुनहरा अवसर भी है। पहला टेस्ट 16 से 19 सितंबर तक और दूसरा 23 से 26 सितंबर तक खेला जाएगा।
भारत-ए टीम इस सीरीज़ में तकनीकी सशक्तता के साथ आक्रमण और बचाव दोनों में संतुलन कायम करने की रणनीति पर काम कर रही है।
मुख्य कोच ऋषिकेश कनितकर ने स्पष्ट किया कि टीम केवल स्पिन पर निर्भर नहीं रहेगी, बल्कि तेज गेंदबाजों की भूमिका भी निर्णायक साबित होगी। उन्होंने कहा, “पिच की असली स्थिति कवर हटने के बाद ही स्पष्ट होगी, इसलिए हर विकल्प को ध्यान में रखा जा रहा है।”
कप्तान श्रेयस अय्यर इस सीरीज़ को अपनी कप्तानी क्षमता और बल्लेबाजी कौशल के प्रदर्शन का अवसर मान रहे हैं। चयनकर्ताओं की निगाहें उनके प्रदर्शन पर टिकी हैं, क्योंकि अच्छा प्रदर्शन उन्हें वनडे टीम की अगली कप्तानी की दौड़ में शामिल कर सकता है। अय्यर की यह भूमिका उनके करियर के अगले बड़े पड़ाव का निर्धारण कर सकती है।
ऑस्ट्रेलिया-ए टीम के कोच और पूर्व कप्तान टिम पेन ने स्वीकार किया कि भारतीय परिस्थितियां चुनौतीपूर्ण होंगी। उन्होंने कहा, “हमारी युवा टीम के लिए यह दौरा सीखने और खुद को अंतरराष्ट्रीय स्तर के लिए तैयार करने का बेहतरीन अवसर है। भारतीय खिलाड़ियों ने हाल ही में इंग्लैंड में बेहतरीन खेल दिखाया है,
इसलिए मुकाबला कठिन लेकिन प्रेरणादायक रहेगा।” पेन का फोकस आक्रामक क्रिकेट पर रहेगा ताकि उनकी टीम दबदबा बना सके।
पिच का स्वभाव इस सीरीज़ की दिशा तय करेगा। लखनऊ में स्पिनरों को मदद मिलने की संभावना के बावजूद तेज गेंदबाजों की भूमिका भी अहम मानी जा रही है।
इसलिए टीमों का गेंदबाजी आक्रमण गहराई और बल्लेबाजों की तकनीकी मजबूती निर्णायक साबित होगी। श्रेयस अय्यर के अलावा अभिमन्यु ईश्वरन, देवदत्त पडिक्कल और प्रसिद्ध कृष्णा जैसे युवा खिलाड़ी भारतीय टीम में शामिल होने के लिए जोरदार प्रयास करेंगे।
ऑस्ट्रेलिया-ए की टीम में टेस्ट क्रिकेट का अनुभव रखने वाले सैम कोनस्टास, नाथन मैकस्वीनी, कूपर कोनोली और टॉड मर्फी शामिल हैं।
ये खिलाड़ी उपमहाद्वीपीय हालात में अनुभव बटोरने के साथ-साथ खुद को भविष्य के एशेज जैसे बड़े टूर्नामेंट के लिए तैयार करेंगे। चोट के कारण आरोन हार्डी टीम में नहीं हैं, उनकी जगह विल सदरलैंड दूसरे मैच में शामिल होंगे।
भारत-ए टीम में पहले मैच के बाद केएल राहुल और मोहम्मद सिराज शामिल किए जाएंगे, जिससे टीम की ताकत और भी बढ़ जाएगी। भारतीय टीम प्रबंधन ने मौसम और पिच की परिस्थितियों पर खास ध्यान दिया है। टॉस के समय मैदान की स्थिति के आधार पर बल्लेबाजी या गेंदबाजी का फैसला लिया जाएगा।
यह सीरीज़ केवल एक क्रिकेट मुकाबला नहीं, बल्कि युवा खिलाड़ियों के लिए खुद को साबित करने और भविष्य के लिए अपनी पहचान बनाने का महत्त्वपूर्ण मंच बन गई है।
भारतीय और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट प्रेमी इस सीरीज़ के हर मुकाबले को बड़ी उत्सुकता से देखेंगे, क्योंकि इससे नए सितारे उभर सकते हैं जो आने वाले समय में विश्व क्रिकेट में अपना नाम रोशन करेंगे।
ये भी पढ़ें : भारत-A व ऑस्ट्रेलिया-A के बीच फोरडे सीरीज में युवा सितारे बिखेरेंगे रंग
ये भी पढ़ें : यूपी के विप्रज निगम इंडिया ए वनडे टीम में, ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ दिखाएंगे दम
भारत ए टीम: श्रेयस अय्यर (कप्तान), अभिमन्यु ईश्वरन, नारायण जगदीशान (विकेटकीपर), साई सुदर्शन, ध्रुव जुरेल (उपकप्तान, विकेटकीपर), देवदत्त पडिक्कल, हर्ष दुबे, आयुष बदोनी, नीतीश कुमार रेड्डी, तनुश कोटियन, प्रसिद्ध कृष्णा, गुरनूर ब्रार, खलील अहमद, मनव सुथार, यश ठाकुर। दूसरे मैच में केएल राहुल और मोहम्मद सिराज दो खिलाड़ियों की जगह लेंगे।
ऑस्ट्रेलिया-ए: जेवियर बार्टलेट, कूपर कोनोली, जैक एडवर्ड्स, आरोन हार्डी, कैंपबेल केलावे, सैम कोंस्टास, नाथन मैकस्वीनी, लांस मॉरिस, टॉड मर्फी, फर्गस ओ’नील, ओलिवर पीक, जोश फिलिप, कोरी रोचिसिओली, लियाम स्कॉट। पहले मैच के लिए टीम में सैम कोनस्टास, नाथन मैकस्वीनी, कूपर कोनोली, टॉड मर्फी जैसे टेस्ट क्रिकेटर हैं। एरोन हार्डी चोट के कारण बाहर हैं, उनकी जगह दूसरे मैच में विल सदरलैंड आएंगे।













