अहमदाबाद। मौजूदा चैंपियन मणिपुर की महिला फुटबॉल टीम ने एका एरिना ट्रांसस्टेडिया में फ्लड लाइट्स के अंदर खेले गए फाइनल में ओडिशा को 2-0 से हराकर राष्ट्रीय खेलों में महिला फुटबॉल का अपना खिताब बरकरार रखा। मणिपुर की टीम ने दोनों गोल पहले हाफ के अंदर दागे।
यह पूर्वोत्तर राज्य के लिए एक सहज और अपेक्षित जीत थी जो हाल के वर्षों में राष्ट्रीय चैंपियनशिप में हावी रही है। दिग्गज मिडफील्डर ओइनम बेमबेम देवी की कोचिंग और अनुभवी फॉरवर्ड एनगांगोम बाला देवी की अगुवाई में मणिपुर ने शुरुआत में ही मैच में अपनी पकड़ बना ली।
फाइनल में ओडिशा को 2-0 से दी मात
बाला देवी मणिपुर की अटैकिंग का जिम्मा निभा रही थी और उन्होंने अपने अनुभव के साथ कई बार बाॅल को गोल पोस्ट में भेजने की कोशिश की। मणिपुर की चार खिलाड़ियों ने ओडिशा की तरफ कई हमले किए। हालांकि ओडिशा की गोलकीपर स्पंदिता दास ने बड़े आत्मविश्वास से मणिपुर की फॉरवर्ड का सामना किया।
इनमें से कुछ शॉट क्रॉसबार के ऊपर से निकल गए जबकि गोल पोस्ट के बाहर से। इसके बाद मणिपुर भी शुरुआत में अपने मौकों का फायदा नहीं उठा पाई। हालांकि मौजूदा चैंपियन को 10वें मिनट में जाकर सफलता मिली जब बाला देवी ने खुद को स्कोरिंग पोजीशन में लाने की कोशिश की और बॉक्स के अंदर से एक बेहतरीन शॉट लगाया।
ये भी पढ़े : गुजरात फुटबॉल ने पिछले दशक में कैसे की प्रगति, जाने यहां
ये भी पढ़े : नेशनल गेम्स राउंड अप : मल्लखंभ में धमाल, महाराष्ट्र पदकों के मामले में दूसरे पायदान पर
ओडिशा की गोलकीपर स्पंदिता दास के पास बाला देवी के इस शॉट का कोई जवाब नहीं था। अंतर्राष्ट्रीय मिडफील्डर एन रतनबाला देवी, जो भारतीय महिला लीग में गोकुलम केरल के लिए खेलती हैं, ने फिर 36वें मिनट में मणिपुर की बढ़त को दोगुना कर दिया जब उन्होंने दूर से ही बॉल को नेट में पहुंचा दिया और मणिपुर को मुकाबले में 2-0 से आगे कर दिया।
मुकाबले में दो गोल से पीछे होने के बाद ओडिशा ने दूसरे हाफ में अधिक संकल्प और सामंजस्य दिखाया। टीम ने दूसरे हाफ में कुछ कॉर्नर अर्जित किया। हालांकि इसके बावजूद वो अपना खाता नहीं खोल सकी।हालांकि कप्तान और सेंट्रल डिफेंडर मनिषा पन्ना ने अपने खिलाड़ियों में जोश भरने की कोशिश की,
लेकिन ओडिशा की टीम अपना गोल नहीं दाग सकी। मैच के आखिर में हालांकि, ओडिशा का अटैक जीवित हो गया। प्यारी सासा और सत्यवती खड़िया ने मणिपुर की गोलकीपर एमएल देवी को अपने हमलों से जरूर परेशान करने की कोशिश की। लेकिन इसके बाद भी ओडिशा की टीम मणिपुरी डिफेंस को भेद नहीं पाई और मणिपुर ने सफलतापूर्वक अपने खिताब का बचाव कर लिया।