लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव होगी। वैसे मैनपुरी लोकसभा सीट 1996 से ही लगातार सपा के पास रही है। यह सीट समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद रिक्त हुई थी।
सपा अध्यक्ष द्वारा अपनी पत्नी को उम्मीदवार बनाने से यह संदेश भी मिलता है कि अखिलेश ने इस तरह अपने पिता मुलायम की सियासी विरासत पर एकाधिकार के संकेत दिए है। बहरहाल मैनपुरी में मुलायम की सियासी विरासत को संभालने का जिम्मा अब उनकी बहू डिंपल यादव का होगा।
अखिलेश ने पिछले विधानसभा चुनाव में करहल से चुनाव जीता था और फिर संसद सदस्यता से त्यागपत्र देकर राज्य विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता बन गए थे। बहरहाल ये भी कहा जा रहा है कि पत्नी डिंपल के बहाने अखिलेश दिल्ली की राजनीति में अधिक सक्रिय होकर कमजोर सपा को दोबारा मजबूत बनाने की कवायद करेंगे।
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डिंपल यादव 31 साल की उम्र में चुनाव मैदान में उतरी थी ओर वर्ष 2009 में फिरोजाबाद लोकसभा सीट पर उपचुनाव में हार गयी थी। अखिलेश के इस्तीफे से खाली सीट पर पर डिंपल को फिल्म अभिनेता राज बब्बर से 85 हजार से ज्यादा मतों से हराया था।
इसके बाद साल 2012 में अखिलेश के इस्तीफे से खाली कन्नौज लोकसभा सीट पर उप चुनाव में जीत से डिंपल पहली बार सांसद बनीई थीं। इसके बाद उन्होंने लोकसभा चुनाव-2014 में कन्नौज में भाजपा को हराया था। हालांकि पिछले लोकसभा चुनाव में डिंपल को भाजपा के सुब्रत पाठक के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
बताते चले कि मैनपुरी लोकसभा सीट पर साल 1996 से समाजवादी पार्टी के सांसद ही निर्वाचित हुए है। यहां पांच बार जहां मुलायम सांसद बने जबकि बलराम यादव दो बार व उनके भतीजे धर्मेंद्र यादव व पौत्र तेज प्रताप सिंह यादव एक-एक बार सांसद चुने गए।