डायबिटीज : होम्योपैथी से इलाज से पहले करे पूरी जानकारी

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लखनऊ। विश्व मधुमेह दिवस 2022 के अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में “निशुल्क होम्योपैथिक परामर्श, निदान एवं दवा वितरण शिविर” का आयोजन हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के इंदिरा नगर, सेक्टर 25 स्थित कार्यालय में हुआ।

शिविर का शुभारंभ ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्षवर्धन अग्रवाल तथा शिविर के परामर्शदाता चिकित्सक डॉ संजय कुमार राणा ने दीप प्रज्वलन करके किया।

इस अवसर पर ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्षवर्धन अग्रवाल ने डॉक्टर संजय कुमार राणा का आभार जताते हुए कहा कि आज विश्व मधुमेह दिवस 2022 के अवसर पर मैं यह कहना चाहूँगा कि पिछले कुछ सालों में डायबिटीज पूरी दुनिया में एक बड़ी समस्या बन कर उभरी है।

दुनिया की जनसंख्या का एक बड़ा हिस्सा इस बीमारी से पीड़ित हैं। होम्योपैथी में रोगी की स्थिति पर प्रभाव के लिए कुछ समय चाहिए होता है। मधुमेह की स्थिति में वैसे भी इसके लक्षणों के कम होने में लंबा समय लग सकता है। अगर आप अच्छे परिणाम चाहते हैं तो आपको अपने जीवन में भी बदलाव लाने चाहिए।

आपको समय-समय पर अपने डॉक्टर की सलाह भी लेनी चाहिए और जांच करानी चाहिए क्योंकि डायबिटीज कोई
सामान्य रोग नहीं है इसे हलके में न लें और अपना ध्यान रखें। डायबिटीज के लिए होम्योपैथी के तरीके से उपचार कराने सेपहले भी इसके बारे में अच्छे से जानकारी ले लें और किसी प्रशिक्षित होम्योपैथ से अपना इलाज कराएं।

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परामर्शदाता डॉ संजय कुमार ने कहा कि मधुमेह की बीमारी अब सिर्फ एक ऐज ग्रुप तक सीमित न रहकर हर उम्र के लोगों को प्रभावित करने लगी है। इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह आजकल की लाइफ स्टाइल है। मधुमेह को कम करने के लिए होम्योपैथी काफी मददगार साबित हो सकती है।

होम्योपैथी दवाइयों में प्राकृतिक चीजों जैसे मिनरल्स, पौधों व पशु से जुडी चीजों का उपयोग होता है जो मधुमेह के इलाज में मदद करते हैं। यह बीमारी मुख्य तौर पर मेटाबॉलिक व लाइफ स्टाइल से जुड़ा डिसऑर्डर है। जब तक व्यायाम व डायट सम्बंधित बदलाव नहीं किये जायेंगे तब तक इस बीमारी को कन्ट्रोल नहीं किया जा सकता।

होम्योपैथ में मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति के शरीर की जाँच व उसके लक्षणों को पहचानने के बाद दवा दी जाती है। दवाइयों
को समय पर लेने से व्यक्ति का इन्सुलिन लेवल काबू में किया जा सकता है।

होम्योपैथी शिविर में मधुमेह के रोगियों की जाँच व दवा वितरण के अतिरिक्त अन्य बीमारियों जैसे कि, सीने में दर्द होना, भूख न लगना, सांस फूलना, ह्रदय व गुर्दे की बीमारी, रक्तचाप, उलझन या घबराहट होना, पेट में दर्द होना, गले में दर्द होना, थकावट होना,

पीलिया, थायराइड, बालों का झड़ना आदि से पीड़ित 79 रोगियों के वजन व रक्तचाप की जांच की गयी l डॉ. संजय कुमार राणा ने परामर्श प्रदान किया तथा निःशुल्क होम्योपैथी दवा प्रदान की। महिलाएं, पुरुष, बुजुर्गों तथा बच्चों सभी उम्र के लोगों ने होम्योपैथी परामर्श लिया।

इस अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल, ट्रस्ट के स्वयंसेवकों तथा डॉ. संजय कुमार राणा की टीम के सदस्य संतोष कुमार राणा, दिनकर दुबे, विष्णु तथा राहुल राणा की उपस्थिति रही।

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