जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में खूंखार आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा ऐक्शन लिया है। सिंधु जल समझौते को खत्म करने की घोषणा हुई है, जिससे पाकिस्तान में जल संकट की स्थिति पैदा हो सकती है। यह समझौता दोनों देशों के बीच 1960 से ही चला आ रहा है।
माना जा रहा है कि इस फैसले से पाकिस्तान को बड़ा झटका लगेगा और जल संकट की वजह से वह घुटनों पर आ सकता है। दुश्मन देश के भारत स्थित उच्चायोग के स्टाफ को कम करने का आदेश दिया गया है। भारत ने पाकिस्तान से भी अपने दूतावास से स्टाफ को वापस बुलाने का निर्णय लिया है।
सभी पाकिस्तानियों का वीजा रद्द किया गया है और मौजूद लोगों को भारत छोड़ना होगा। भारत सरकार ने गुरुवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है और इसमें कोई और सख्त फैसला लेने पर चर्चा हो सकती है। पाकिस्तान और भारत के बीच आवाजाही के लिए इस्तेमाल होने वाले अटारी बॉर्डर को भी तत्काल प्रभाव से बंद करने का फैसला हुआ है।
भारत सरकार ने बीते 10 सालों में पाकिस्तान की आतंकी हरकतों के जवाब में एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक की थीं। ऐसे में पहलगाम में पाकिस्तान प्रेरित आतंकियों ने जब 26 मासूम पर्यटकों का कत्ल कर डाला तो सरकार से सख्ती उम्मीद थी। इसी पर आगे बढ़ते हुए मोदी सरकार ने कड़े निर्णय लिए हैं।
मंगलवार को हुई इस आतंकी घटना के बाद होम मिनिस्टर अमित शाह तुरंत जम्मू-कश्मीर गए और घटनास्थल भी पहुंचे थे। वहीं नरेंद्र मोदी भी सऊदी अरब का अपना दौरा बीच में ही छोड़कर भारत लौट आए और आज कैबिनेट की सुरक्षा समिति की मीटिंग हुई, जिसमें ये अहम निर्णय लिए गए।
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ लिए हैं, कौन से 5 बड़े फैसले…
(1) सिंधु जल समझौते पर रोक : पाकिस्तान के साथ 1960 से चले आ रहे सिंधु जल समझौते को तत्काल प्रभाव से रोका जाएगा। यह रोक तब जारी रहेगी, जब तक पाकिस्तान की ओर से आतंकवाद को बढ़ावा देने की खत्म नहीं की जाती। इस पर विश्वसनीय कदम उठाने पर ही समझौते पर दोबारा विचार किया जाएगा।
(2) अटारी बॉर्डर होगा बंद : अटारी चेक पोस्ट को तत्काल प्रभाव से बंद किया जाएगा। वैध दस्तावेजों पर पाकिस्तान गए भारतीयों को 1 मई 2025 तक का समय लौटने के लिए मिलेगा।
(3) पाकिस्तानियों की नो-एंट्री : पाकिस्तान के नागरिकों को भारत में सार्क वीजा स्कीम के तहत आने की परमिशन नहीं मिलेगी। अब तक जो भी वीजा पाकिस्तानियों को जारी किए गए हैं, उन्हें रद्द किया जाएगा। कोई भी पाकिस्तानी जो भारत में मौजूद है, उन्हें 48 घंटे के अंदर देश छोड़ना होगा।
(4) दूतावासों में कम होंगे स्टाफ : दिल्ली स्थित पाकिस्तानी दूतावास में मौजूद सेना, नेवी और एयर एडवाइजर्स को वापस जाना होगा। इन लोगों के पास वापस लौटने के लिए एक सप्ताह का वक्त होगा। इसके अलावा इस्लामाबाद स्थित अपने उच्चायोग से भी भारत अपने अधिकारियों को बुलाएगा।
(5) भारत अपना स्टाफ भी वापस बुलाएगा : नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी दूतावास में स्टाफ की संख्या को अब कम किया जाएगा। अब तक 55 स्टाफ रहता था, जिसे घटाकर 30 किया जाएगा। इसके अलावा पाकिस्तान से भी अपने प्रतिनिधियों को भारत वापस बुलाएगा और यह संख्या 30 ही रहेगी।
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