पूरे प्रदेश में योजनाओं के साथ कलाकारों को मिले अवसर : जयवीर सिंह

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लखनऊ: राज्य ललित कला अकादमी, उत्तर प्रदेश के  62वें स्थापना दिवस पर आयोजित तीन दिवसीय ‘ललित कला उत्सव’ के तीसरे और अन्तिम दिन मुख्य अतिथि मंत्री, संस्कृति एवं पर्यटन जयवीर सिंह ने  कलाकारों के सृजन की प्रशंसा की और ऐसा ललित कला उत्सव के आयोजन के लिए बधाई दी।

उन्होंने ने कहा कि ललित कला अकादमी ने अपने कार्य का विस्तार पूरे प्रदेश में किया है, यह सराहनीय है। विभाग और सरकार का यही उद्देश्य है कि पूरे प्रदेश को संस्कृति विभाग व ललित कला अकादमी की योजनाओं का लाभ और कलाकारों को अवसर मिलने चाहिए।

उत्तर प्रदेश सरकार ऐसे प्रयास भी कर रही है कि ऐसे कलाकारों को भी अपनी कला के प्रदर्शन का अवसर मिले जिनको पहले कभी अवसर नहीं मिला है। प्रत्येक वर्ष में एक कलाकार को कम से कम तीन कार्यक्रम दिलाया जाना सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने ललित कला उत्सव में आयोजित प्रतियोगिताओं के सभी विजेताओं को बधाई दी।

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ललित कला उत्सव के तीसरे व अंतिम दिन समकालीन कला पर परिचर्चा का आयोजन हुआ। सलाहकार, संत कबीर अकादमी आशुतोष द्विवेदी के संयोजन में हुई इस परिचर्चा में विशेषज्ञ वक्ता इतिहासविद् डॉ.रवि भट्ट, कला विशेषज्ञ प्रो. उमेश कुमार सक्सेना, डॉ.शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विवि के असिस्टेन्ट प्रोफेसर डॉ.अवधेश मिश्र एवं कला एवं शिल्प महाविद्यालय के असिस्टेन्ट प्रोफेसर डॉ.संजीव किशोर गौतम ने प्रतिभाग किया।

सभी विज्ञ वक्ताओं ने ललित कलाओं को और अधिक भाव पूर्णता के साथ अर्थपूर्णता की ओर ले जाने की वकालत की। उन्होंने ललित कलाओं के प्रबन्धन में रत संस्थाओं, अकादमियों को प्रभावी योजनाओं के साथ स्वायत्ता पूर्ण कार्य करने की सलाह दी।

वही अंतिम दिन हुई इंस्टालेशन प्रतियोगिता के प्रतिभागियों में से उत्कृष्ट इंस्टालेशन के लिए शिवम सिंह (ग्रुप) कला एवं शिल्प महाविद्यालय लखनऊ, धर्म सेन पाल, शिवम मौर्या (ग्रुप), नूतन किशोर निषाद एवं अनामिका सिंह (ग्रुप) क्षेत्रीय कला केन्द्र ललित कला अकादमी लखनऊ, मीनू रानी (ग्रुप) ललित कला संकाय कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय हरियाणा, अक्षांस (ग्रुप) कला एवं शिल्प महाविद्यालय, लखनऊ को 3,000 रुपए का नगद पुरस्कार मिला.

वही चित्रकला प्रतियोगिता के प्रतिभागियों में से उत्कृष्ट सृजनकर्ता मिथिलेश प्रसाद-वाराणसी, अभिनय सिंह-देवरिया, प्रियांशु श्रीवास्तव-सीतापुर, करूणा तिवारी-लखनऊ, राजेश कुमार वर्मा-लखनऊ को 3,000 रुपए का नगद पुरस्कार प्रदान किया गया।

वही रंगोली व अमृत कलश सज्जा प्रतियोगिता में से 5 उत्कृष्ट रंगोली एवं 5 उत्कृष्ट कलश सज्जा हेतु प्रतिभागियों को 3,000 रुपए का नगद पुरस्कार प्रदान किया गया।

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