अवादा ग्रुप ने हरित ऊर्जा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और किया मजबूत

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लखनऊ। अग्रणी इंटीग्रेटेड एनर्जी प्लेटफॉर्म अवादा ग्रुप ने 10,700 करोड़ रुपए के फंडिंग राउंड को सफलतापूर्वक पूरा करने की घोषणा की है। इसे एशिया में हरित ऊर्जा उद्योग और भारत के रिन्यूएबल एनर्जी क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक क्षण माना जा रहा है।

यह फंडिंग राउंड एशिया में किसी भी हरित ऊर्जा कंपनी द्वारा जुटाया गया अब तक का सबसे बड़ा इक्विटी राउंड है। इस फंडिंग का उपयोग अवादा के ग्रीन हाइड्रोजन, ग्रीन मेथनॉल, ग्रीन अमोनिया, सौर विनिर्माण और रिन्यूएबल ऊर्जा उत्पादन से संबंधित उद्यमों को बढ़ावा देने के लिए किया जाएगा।

10,700 करोड़ रुपए का ऐतिहासिक फंडिंग राउंड सफलतापूर्वक पूरा  

सस्टेनेबल फ्यूचर को लेकर भारत की प्रतिबद्धता के हिस्से के रूप में इस राशि का इस्तेमाल किया जाएगा। यह उपलब्धि हरित ऊर्जा में निवेश को प्रोत्साहित करने वाली सरकारी नीतियों की प्रभावशीलता और टिकाऊ ऊर्जा समाधानों की दिशा में वैश्विक परिवर्तन को भी रेखांकित करती है।

अपनी सोलर मैन्यूफेक्चरिंग संबंधी क्षमताओं को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ावा देने के लिए, अवादा समूह ने पहले पीएलआई योजना के तहत 3 गीगावॉट वेफर-टू-मॉड्यूल क्षमता के लिए 961 करोड़ रुपए का प्रोडक्शन-लिंक्ड प्रोत्साहन हासिल किया था।

सफल फंडिंग राउंड के साथ मिलकर इस प्रोत्साहन राशि से रिन्यूएबल ऊर्जा क्षेत्र में अग्रणी के रूप में अवादा की स्थिति और मजबूत होती है। साथ ही एक सस्टेनेबल फ्यूचर के लिए ग्रीन एनर्जी के भारत में पदार्पण को लेकर कंपनी की प्रतिबद्धता भी इससे स्पष्ट होती है।

अपनी उपलब्धियों की सूची को और आगे बढ़ाते हुए अवादा एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड ने पिछले तीन महीनों में कॉर्पोरेट ग्राहकों और युटिलिटी इकाइयों से लगभग 1.8 गीगावॉट की अनेक निविदाएं हासिल की हैं।

यह सफलता रिन्यूएबल ऊर्जा की बढ़ती मांग को पूरा करने की अवादा की क्षमता और उच्च गुणवत्ता वाले सस्टेनेबल एनर्जी सॉल्यूशंस प्रदान करने की कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

ब्रुकफील्ड रिन्यूएबल्स ने अपने ब्रुकफील्ड ग्लोबल ट्रांज़िशन फंड (बीजीटीएफ) के माध्यम से पहले अवादा वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड में 8,225 करोड़ रुपए तक निवेश करने के लिए प्रतिबद्धता जताई है।

इसके अलावा, ग्लोबल पावर सिनर्जी पब्लिक कंपनी लिमिटेड (जीपीएससी), जो अवादा एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड (एईपीएल) में 42.93 फीसदी इक्विटी होल्डिंग के साथ मौजूदा शेयरधारक है, ने एईपीएल में अतिरिक्त 1,917 करोड़ रुपए का निवेश करके अपनी पूंजी बढ़ाने का प्रयास किया है।

इस तरह कंपनी की विकास की गति और तेजी पकड़ रही है। यह जीपीएससी के अप्रैल में एईपीएल में 558 करोड़ रुपए के पिछले निवेश के पश्चात है, जिससे अवादा में उनका कुल निवेश लगभग 6,037 करोड़ रुपए हो गया है।

यह सफल फंडिंग राउंड पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों के स्थान पर इनोवेशन और टैक्नोलॉजी को चुनने की भारत की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। पारंपरिक ऊर्जा या नवीनतम ग्रीन टैक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए विकास की राह पर आगे बढ़ने की क्षमता के साथ, देश एक निर्णायक क्षण में खड़ा है।

ग्लोबल ट्रांजिशन फंड के माध्यम से अनेक नए अवसर नजर आ रहे हैं। अवादा ग्रुप के चेयरपर्सन और फाउंडर विनीत मित्तल ने कहा, ‘‘यह फंडिंग राउंड अवादा ग्रुप की अब तक की यात्रा और भारत के ऊर्जा क्षेत्र में बदलाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

हम अपने निवेशकों और भारत सरकार के समर्थन के लिए आभारी हैं, जिनकी मदद से ही हम वैश्विक ऊर्जा परिवर्तन में योगदान करने और एक सस्टेनेबल फ्यूचर के हमारे वादे को पूरा करने में सक्षम हो रहे हैं।’’

ग्लोबल पावर सिनर्जी पब्लिक कंपनी लिमिटेड (जीपीएससी) के प्रेसिडेंट और सीईओ वोरावत पितयासिरी ने कहा, ‘‘एईपीएल में और निवेश करने का हमारा यह निर्णय दरअसल नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र को लेकर उनके स्ट्रेटेजिक एप्रोच के प्रति विश्वास पर आधारित है, जिसका लक्ष्य 2026 में कम से कम 11 गीगावॉट का लक्ष्य हासिल करना है।

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यह इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण है कि नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन के लिए एईपीएल की प्रतिबद्धता सस्टेनेबल ग्रोथ और इनोवेशन की दिशा में हमारे अपने फोकस के साथ अच्छी तरह से मेल खाती है।’’

अवादा समूह ने ग्रीन हाइड्रोजन, ग्रीन मेथनॉल, ग्रीन अमोनिया के निर्माण जैसे एकदम अलग एवं नवीन क्षेत्र में कदम रखा है और सौर सेल और मॉड्यूल के निर्माण के साथ सौर पीवी सप्लाई चेन में अपने फुटप्रिंट का विस्तार किया है।

कंपनी वर्तमान में 4 गीगावॉट का रिन्यूएबल ऊर्जा पोर्टफोलियो संचालित कर रही है, और लगभग 7 गीगावॉट कार्यान्वयन के विभिन्न चरणों में हैं।

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