लखनऊ : सहारा हॉस्पिटल में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर ‘विश्व रक्तदाता शिविर दिवस’ पर सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर सहारा इंडिया परिवार के वरिष्ठ सलाहकार अनिल विक्रम सिंहजी ने सभी रक्तदाताओं को प्रमाण पत्र व मोमेंटो देकर सम्मानित किया।
रक्त दाताओं ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि उन्हें रक्तदान करने से किसी भी प्रकार की कमजोरी या खून की कमी महसूस नहीं होती है, बल्कि खुशी व आत्मसंतुष्टि मिलती है। इस शिविर में अब तक 50 से अधिक बार रक्तदान कर चुके कई रक्तदाता भी थे जिनकी सहारा हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने काफी सराहना की व उनको धन्यवाद भी दिया।
इसके अलावा रक्तदाताओं के सम्मान में केक कटिंग सेरिमनी भी आयोजित की गयी। इस अवसर पर उपस्थित जनों को सम्बोधित करते हुए अनिल विक्रम सिंह ने बताया कि सहारा हॉस्पिटल का ब्लड बैंक अत्याधुनिक उपकरण से लैस है और एक कुशल टीम द्वारा इसे संचालित किया जाता है।
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उन्होंने कहा कि आज रक्तदाता दिवस पर रक्तदाताओं को सम्मानित करते हुए मुझे गौरव की अनुभूति हो रही है। रक्तदान करने के लिए लोगों को आगे आना चाहिए और लोगों की जान बचाने में मदद करनी चाहिए, क्योंकि एक व्यक्ति के रक्तदान से चार लोगों की जान बचायी जा सकती है।
उन्होंने यह भी बताया कि हमारे अभिभावक “सहाराश्री” जी ने प्रदेश को सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित एक अस्पताल दिया है जहां चौबीस घंटे और सातो दिन स्वास्थ्य सुविधाएं एक ही छत के नीचे उपलब्ध रहती है। हम विगत तेरह वर्षों से उत्तर भारत का एक अग्रणी हास्पिटल बने हुए हैं।
इस मौके पर ब्लड बैंक के हेड डा. अरविन्द सिंह ने बताया कि 10 जून से रक्तदान सप्ताह मनाया गया। इस वर्ष विश्व रक्तदान दिवस की थीम है ‘डोनेटिंग ब्लड इज एन एक्ट ऑफ सालिडैरिटी, ज्वाइन द एफर्ट एण्ड सेव्स लाईव्स” और इस परिकल्पना को साकार करने की जरूरत है।
पैथालॉजी (लैब मेडिसिन) की हेड डा. अंजू शुक्ला और चिकित्सा अधीक्षक डा. रोमिल सेठ, सहारा नर्सिंग कालेज की प्रधानाचार्य मिस रुसली निर्मल ने अपने सम्बोधन में रक्तदान को बढ़ावा दिये जाने पर जोर दिया।